बारिश ने फिर खोली जिला प्रशासन की पोल, जगाधरी अनाज मंडी में भीगी 2 हजार गेहूं की बोरियां

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यमुनानगर (परवेज खान) : बीती देर रात हरियाणा के कई हिस्सों में आंधी तूफान और तेज बारिश ने जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, तो दूसरी तरफ तेज बारिश ने यमुनानगर जिला प्रशासन के उन दावों की पोल खोल दी, जिसमें जिला प्रशासन की तरफ से दावे किए जा रहे थे कि गेहूं का एक दाना भी बारिश की भेंट नहीं चढ़ेगा। लेकिन 15 दिन के भीतर दूसरी बार जैसे ही यमुनानगर में तेज बारिश हुई दोबारा से जगाधरी की अनाज मंडी में खुले आसमान के नीचे पड़ी गेहूं की बोरियां पानी की भेंट चढ़ गई।

2 हजार गेहूं की बोरियोंय में घुसा पानी

हालांकि जगाधरी की नई अनाज मंडी में गेहूं की आवक लगभग बंद हो चुकी है। इसके बावजूद जगाधरी अनाज मंडी के सचिव की लापरवाही की वजह से सड़क पर पडी करीब 2000 गेहूं की बोरियों के नीचे पानी घुस गया। जगाधरी के एसडीएम सोनू राम ने भी माना कि खुले आसमान के नीचे गेहूं की 2000 गेहूं पानी की भेंट चढ़ गई। उन्होंने कहा है कि लगभग 98 फीसदी लिफ्टिंग हो चुकी है। अगर बारिश से नुकसान हुआ है तो उसकी रिपोर्ट भी ली जाएगी

अनाज मंडी में शेड के नीचे गेहूं की बोरियां लबालब भरी

लेकिन बड़ा सवाल तो यही है कि जगाधरी की नई अनाज मंडी में शेड के नीचे गेहूं की बोरियां लबालब भरी है। अगर 98 फीसदी लिफ्टिंग हो चुकी है, तो यह बोरियां यहां से क्यों नहीं उठाई गई। जबकि यमुनानगर जिला प्रशासन दावे करता है कि मंडी में सभी तरह के बंदोबस्त पूरे हैं अगर बंदोबस्त पूरे थे, तो तिरपाल और बोरियों के नीचे स्टैंड क्यों उपलब्ध नहीं कराए गए। ऐसे में इस नुकसान का कौन जिम्मेदार है और कौन इसकी भरपाई करेगा सवाल यह भी बड़ा है।