कुरुक्षेत्र में पहली बार ‘सांझा स्वदेशी बाजार’, केशव पार्क में लगे 100 स्टॉल, सभी सजावट की चीजें उपलब्ध

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कुरुक्षेत्र: भारत सरकार स्वदेशी को बढ़ावा देकर देश को आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में लगातार काम कर रही है. इसका उद्देश्य न केवल स्थानीय उत्पादों को प्रोत्साहन देना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यरत छोटे स्तर के कारीगरों और स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक मजबूती और पहचान दिलाना भी है. ग्रामीण भारत में छिपी अनेक प्रतिभाएं मंच के अभाव में सामने नहीं आ पातीं, ऐसे में स्वदेशी बाजार उन्हें एक प्लेटफॉर्म प्रदान करता है.

इसी कड़ी में दिवाली पर्व के अवसर पर पहली बार कुरुक्षेत्र के केशव पार्क में ‘सांझा स्वदेशी बाजार’ लगाया गया है, जहां पूरी तरह से स्वदेशी उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई है.

लगाई गई है करीब 100 स्टॉल: कुरुक्षेत्र के केशव पार्क में लगाए गए स्वदेशी बाजार में करीब 100 स्टॉल स्थापित किए गए हैं. यह बाजार 17 अक्टूबर की शाम से शुरू होकर 19 अक्टूबर तक चलेगा. इसमें हरियाणा के विभिन्न जिलों से स्वयं सहायता समूहों से जुड़े लोग भाग ले रहे हैं, जो स्वदेशी उत्पादों और हस्तनिर्मित वस्तुओं की प्रदर्शनी कर रहे हैं. साथ ही कई सामाजिक संस्थाएं भी इस पहल का हिस्सा बनी हैं. बाजार में ज्यादातर स्टॉल दिवाली की सजावट से जुड़ी वस्तुओं के लिए लगाए गए हैं, जिससे लोगों को एक ही स्थान पर पारंपरिक और स्वदेशी सामान खरीदने का अवसर मिल रहा है.

महिलाओं द्वारा बनाई गई सजावटी चीज:स्वयं सहायता समूह से जुड़ी वीना ने ईटीवी भारत को बताया कि, “यह पहली बार है, जब हम किसी मेले में अपने उत्पादों की प्रदर्शनी लगाए हैं. हमारे समूह की महिलाएं 100 प्रतिशत स्वदेशी सजावटी वस्तुएं बनाती हैं, जो खास तौर पर दीपावली के लिए तैयार की गई हैं. इन वस्तुओं में बंदनवार, मालाएं और अन्य पारंपरिक सजावट की चीजें शामिल हैं. इसके अलावा महिलाओं के लिए हाथों से सिले और धागों से सजाए गए कपड़े भी तैयार किए हैं. हमारे समूह में 10 महिलाएं मिलकर यह काम करती हैं और इसी से उनके घरों की रोजी-रोटी चल रही है.”

स्वदेशी बाजार में मिल रहा अच्छा रिस्पांस: वहीं, स्टॉल लगाए हुए संजू ने ईटीवी भारत को बताया कि, “कुरुक्षेत्र के केशव पार्क में पहली बार स्वदेशी बाजार लगाया गया है. हमें भी इसमें आमंत्रित किया गया है. हमने यहां फूलों की स्टॉल लगाई है और लगभग 15 से 20 लोग स्वयं सहायता समूह के साथ मिलकर इस काम में जुड़े हुए हैं, जिनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल हैं. हमारा समूह मांग के अनुसार गमले के आकार के सजावटी फूल भी तैयार करता है. हालांकि यह पहला मौका है जब हम इस मेले में शामिल हुए हैं, लेकिन हम बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं और हरियाणा सहित अन्य राज्यों में भी अपने स्वदेशी उत्पाद बेचने जाते हैं. हमारे यहां बने सभी उत्पाद ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं द्वारा बनाए गए हैं, जो कि पूरी तरह स्वदेशी हैं.”

कुरुक्षेत्र में दिवाली उत्सव के अवसर पर इस प्रकार का स्वदेशी बाजार पहली बार लगाया गया है. इस बाजार में लोगों को दिवाली की सजावट से जुड़ी सभी वस्तुएं एक ही स्थान पर उपलब्ध हो रही हैं. यदि कोई व्यक्ति कुरुक्षेत्र या आसपास के क्षेत्रों से दिवाली पर डेकोरेशन की चीजें खरीदना चाहता है, तो वह केशव पार्क पहुंचकर बंदनवार, मालाएं, फूल और अन्य पारंपरिक सजावटी सामान आसानी से खरीद सकता है और अपने घर को रोशनी और रंगों से सजा सकता है.