मथुरा-वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक अनिरुद्धाचार्य महाराज बीते कुछ दिनों से लगातार मीडिया की सुर्खियां बने हुए हैं क्योंकि कुछ समय पहले उन्होंने लड़कियों की शादी की उम्र और उनके चरित्र को लेकर सवाल उठाए थे. अनिरुद्धाचार्य महाराज के बयानों के बाद उनका पूरे देश में कई जगहों पर महिला संगठनों द्वारा विरोध किया गया था.
अब अपने बयानों को लेकर उन्होंने एक साक्षात्कार में अपनी सफाई दी है. साक्षात्कार में अनिरुद्धाचार्य महाराज ने इस मुद्दे से जुड़े सवालों को लेकर जवाब दिए. साक्षात्कारकर्ता द्वारा अनिरुद्धाचार्य महाराज से जब पूछा गया कि आप सिर्फ लड़कियों के ही चरित्र पर उंगली क्यों उठा रहे हैं. इस पर अनिरुद्धाचार्य ने अपना वीडियो चलाते हुए दो टूक कहा कि मैंने लड़का-लड़की दोनों के लिए बात कही थी.
मैंने लड़का-लड़की दोनों के लिए बात कही थी-अनिरुद्धाचार्य महाराज
अनिरुद्धाचार्य ने अपने वीडियो में सुनाया, जिसमें उन्होंने कहा था कि आज के लोग क्या कर रहे हैं पहले 10 लड़कियों के साथ लिव इन में रह लिए. 10 लड़कों के साथ लिव इन में रह लिया, जो 10 लड़कों के साथ लिव इन में रह चुकी या चुका वो किसी के साथ बंधकर कैसे रहेगी या रहेगा. उन्होंने कहा कि मैंने लड़का और लड़की दोनों के लिए ही ये बात कही थी, लेकिन मीडिया वालों ने सिर्फ लड़कियों पर दिए बयान को चलाया.
‘लड़की हो या लड़का दोनों को चरित्रवान रहना चाहिए’
साक्षात्कारकर्ता ने अनिरुद्धाचार्य महाराज से पूछा कि आपने 25 साल के लड़कियों के लिए 10 जगह मुंह मार के आने की बात कही तो क्या 25 साल का लड़का भी ऐसा करता है. इस पर अनिरुद्धाचार्य ने कहा, ‘लड़की हो या लड़का दोनों को चरित्रवान रहना चाहिए. लिव इन में रहने का कानून बनाया गया, लेकिन कितने लोग लिव इन का सपोर्ट करते हैं. जब लिव इन में रहने का कानून बनाया गया तो क्या आम जनता की भावनाओं को जानने की जरूरत नहीं थी. जब भारत के लोग लिव इन का सपोर्ट ही नहीं करते तो भारत में ऐसे कानून की क्या जरूरत है.’