गुड़गांव: गुड़गांव पुलिस कमिश्नर ने चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें सस्पेंड करते हुए जेल भेज दिया है। चारों पुलिसकर्मी एक चाय पराठे लगाने वाले को धमकाकर उससे हफ्ता वसूली कर रहे थे। पीड़ित ने रिश्वत ले रहे पुलिसकर्मियों की वीडियो बनाकर पुलिस कमिश्नर के समक्ष पेश कर दी जिसके बाद चारों पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें तुरंत प्रभाव से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक, मूल रूप से बिहार के रहने वाले गुलाब सिंह ने सेक्टर-18 की क्यू बिल्डिंग के सामने चाय पराठे की अस्थाई दुकान की हुई है। उन्होंने पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा को बताया कि उनके पास हैड कांस्टेबल राजबीर आते थे और उन्हें धमकाकर दुकान बंद करने के लिए कहते थे। कई बार वह उनका सामान भी ले गए। काफी गिड़गिड़ाने के बाद सामान वापस कर दिया और उनसे प्रत्येक सप्ताह पांच हजार रुपए लेने लगे। इसके कुछ समय बाद पुलिस की ईआरवी पर तैनात का सिपाही अजय कुमार और एसपीओ अनिल भी उन्हें धमकाने लगे और दुकान बंद करने की धमकी देकर उनसे कभी 1000 तो कभी 500 रुपए लेकर जाने लगे।
उन्होंने पुलिस कमिश्नर को बताया कि इनके अलावा एक और पुलिसकर्मी है जिसे वह पिछले करीब पांच साल से जानते हैं। सेक्टर-18 थाने के एएसआई बिजेंद्र सिंह ने उनसे 10 हजार रुपए मंथली बांधी हुई है। इन सभी की प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने अपनी अस्थाई दुकान में सीसीटीवी कैमरे लगाए। जब पुलिसकर्मी रिश्वत के रूपए लेने आए तो यह पूरा घटनाक्रम इन सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया जिसके बाद वह अपनी गुहार लेकर पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंच गए। अपनी फरियाद जब उन्होंने पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा के समक्ष रखी तो उन्होंने तुरंत ही चारों को सस्पेंड करते हुए सेक्टर-18 थाने में उनके खिलाफ अवैध रूप से उगाही करने का केस दर्ज कराया और तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया। इन चारों पुलिसकर्मियों से पूछताछ के बाद उन्हें भोंडसी जेल भेज दिया है।