यमुनानगर: हरियाणा सरकार द्वारा युवाओं की खेल प्रतिभा को पहचानने और निखारने के लिए आयोजित किए जा रहे खेल महाकुंभ के ट्रायल्स इस बार जिले में बदइंतजामी का प्रतीक बन गए। यमुनानगर में ट्रायल में भाग लेने आए खिलाड़ियों को न तो मूलभूत सुविधाएं मिलीं और न ही खेल का अनुकूल वातावरण। टूटी हुई टेबल, उखड़ा हुआ फर्श और अधूरी व्यवस्थाओं के बीच खिलाड़ियों को मजबूरन अपनी कला का प्रदर्शन करना पड़ा।
खेल परिसर की हालत इतनी खराब थी कि खिलाड़ियों को न पीने का साफ पानी मिला और न ही शौचालय की पर्याप्त व्यवस्था। कई जगहों पर फर्श पूरी तरह से उखड़ा हुआ था, जिससे खिलाड़ियों के पैर फंसने की स्थिति बन गई। खिलाड़ियों ने बताया कि हम कई दिनों से इस ट्रायल की तैयारी कर रहे थे, लेकिन जब मौके पर पहुंचे तो न तो ठीक से खेलने की जगह थी और न ही कोई सुविधा। ऐसे माहौल में खेलना हमारे मनोबल को कमजोर करता है।
कोई सरकारी अधिकारी नहीं पहुंचा- दक्ष
नेशनल खेल चुके खिलाड़ी दक्ष ने बताया वो पिछले कई सालों से टेबल टेनिस खेल रहे है। तेजली खेल स्टेडियम में पहले तो कोच भी थे लेकिन अब कई सालों से ना तो कोच है और ना यहां पर खेलने के लिए सही व्यवस्था। आज ट्रायल देने के लिए आए थे लेकिन यहां पर ट्रायल लेने के लिए कोई सरकारी अधिकारी तक नहीं पहुंचा। यमुनानगर को छोड़ कर बाकी सारे जिलों में अच्छी व्यवस्थाएं है लेकिन यमुनानगर में टेबल टेनिस के लिए कुछ भी नहीं है।
ना कोई कोच और ना कोई व्यवस्था- आसमी
नेशनल खिलाड़ी आसमी ने बताया कि व पिछले 5 साल से टेबल टेनिस खेल रही है। पिछले 5 साल में यहां पर कोई भी सुधार नहीं किया गया, यहां हालात वैसे के वैसे ही हैं। ना ही कोई सरकारी कोच है, ना ही कोई व्यवस्था खिलाड़ियों को दी गई है। उन्होंने कहा कि एक सीनियर खिलाड़ी को यहां पर खेलते हुए चोट भी लगी है अब वह खेलने में असमर्थ हैं।