चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने संत शिरोमणि कबीर दास जी की जयंती के अवसर पर प्रदेश के सफाई कर्मियों के हित में एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए उनके मासिक वेतन में 2100 रुपए की वृद्धि की घोषणा की है। मुख्यमंत्री सैनी बुधवार को संत-महापुरुष सम्मान एवं विचार प्रचार प्रसार योजना के तहत सिरसा में आयोजित संत शिरोमणि कबीर दास जयंती राज्य स्तरीय समारोह में उपस्थित जनों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने आयोजक संस्था को 31 लाख रुपए देने की घोषणा की।
इसके अलावा उन्होंने सिरसा में बनने वाले मैडीकल कॉलेज में 100 बैड का नशा मुक्ति केंद्र बनाने का ऐलान किया तो वहीं डबवाली और ऐलनाबाद में नशा मुक्ति केंद्र बनाने और अस्पतालों में बैड्स की संख्या बढ़ाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने संकल्प पत्र में सफाई कर्मियों के वेतन को चरणबद्ध तरीके से 5 सालों में 26 हजार तक बढ़ाने का संकल्प लिया है, इसके लिए सरकार कटिबद्ध है। संकल्प पत्र में जो हमने कहा है उसे हम पूरा करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि संत कबीर भारतीय संस्कृति की ‘सर्वधर्म समभाव’ और ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ परम्परा के संवाहक और इतिहास के अनमोल रत्न थे। उनका जन्म ऐसे समय में हुआ, जब हमारा समाज अंधविश्वास, जात-पात और रूढि़वादी परम्पराओं में जकड़ा हुआ था। संत कबीर ने अपने कर्म से वंदनीय स्थान प्राप्त किया। वे अपने समय के सबसे साहसी समाज-सुधारक थे। उन्होंने सभी धर्मों की कुरीतियों और रूढिय़ों पर कड़ी चोट की। उन्होंने कहा कि संत कबीर दास जी जैसे संत-महात्माओं, ऋषि-मुनियों, पीर-पैगम्बरों और गुरुओं ने भूली-भटकी मानवता को जीवन का सच्चा रास्ता दिखाया है। ऐसी महान विभूतियों की शिक्षाएं पूरे मानव समाज की धरोहर हैं। उनकी विरासत को संभालने व सहेजने की जिम्मेदारी हम सबकी है।
आजादी के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने निभाई आधुनिक भारत निर्माण में अहम भूमिका: नायब सैनी
गौरतलब है कि बुधवार को सिरसा की अनाज मंडी में पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल के संयोजन में संत कबीर जयंती पर एक राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया था। इस समारोह में मुख्यमंत्री सैनी सहित पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली, कैबिनेट मंत्री डा. अरविंद शर्मा, रणबीर गंगवा, कृष्ण बेदी, राज्य सभा सदस्य सुभाष बराला, वरिष्ठ भाजपा नेता जवाहर सैनी, विधायक कपूर सिंह वाल्मीकि, पूर्व मंत्री देवेंद्र सिंह बबली, पूर्व मंत्री अनूप सिंह धानक, पूर्व विधायक दुड़ा राम सहित भारी संख्या में आमजन मौजूद रहे। इस समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा संत कबीर जी के विचारों को आधुनिक भारत की नींव बताया है।
संत कबीर जी के विचारों को आगे बढ़ाते हुए आजादी के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आधुनिक भारत के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाई है। पिछले 11 सालों में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में सरकार ने कल्याणकारी योजनाएं चलाकर गरीबों को सशक्त व मजबूत करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में हरियाणा सरकार ने भी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मूल मंत्र पर चलते हुए समाज के हर वर्ग के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं और नीतियां लागू की हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार का मूल दर्शन ‘अंत्योदय’ है, पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति का उत्थान है। यही संत कबीर का मार्ग है, यही हमारी नीतियों का आधार है। आज हमारी ट्रिपल इंजन सरकार तीन गुणा रफ्तार से संत कबीर द्वारा दिखाए गए मार्ग पर आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि जब ‘वंचित अनुसूचित जाति’ के लिए आरक्षण के प्रावधान पर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आया तो हरियाणा सरकार ने उस निर्णय को प्रदेश में लागू करने का काम किया और डी.एस.सी समाज को उसका हक दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सफाई कर्मियों के हितों की रक्षा के लिए हरियाणा राज्य सफाई कर्मचारी आयोग का गठन किया है। सफाई कर्मियों के लिए सुरक्षा और गरिमा की गारंटी दी है। सफाई कर्मियों की उनकी ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने की स्थिति में 5 लाख रुपए और सीवरेज में काम करते समय मृत्यु होने की स्थिति में 10 लाख रुपए की बीमा राशि का प्रावधान किया है। इसके अलावा, एजैंसियों के माध्यम से कार्यरत 5 हजार से अधिक सफाई कर्मियों को संबंधित पालिका के पे रोल पर लिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विवाह शगुन योजना के तहत अनुसूचित जाति के गरीब परिवारों की 2 लाख 60 हजार बेटियों की शादी पर 71-71 हजार रुपए शगुन राशि दी गई।
मकान की मरम्मत के लिए ‘अम्बेडकर आवास नवीनीकरण योजना’ के तहत गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले अनुसूचित जाति के लोगों को मकान मरम्मत के लिए 80 हजार रुपए दिए जा रहे हैं। इस योजना के तहत अब तक 76,985 लाभार्थियों को 416 करोड़ रुपए की राशि दी गई है। मुख्यमंत्री सैनी ने कहा कि आज हरियाणा एक-हरियाणवी एक की भावना से लागू की गई सरकार की हर योजना, हर नीति, हर निर्णय में संत कबीर की भावना बसती है। संत कबीर जी की वाणी आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी उस समय थी। उन्होंने नागरिकों का आह्वान किया कि हम सभी यह संकल्प लें कि संत कबीर की शिक्षाओं को जन-जन तक पहुंचाएंगे। उनकी वाणी को न केवल याद रखेंगे, बल्कि अपने आचरण में भी उतारेंगे। जातिवाद, भेदभाव, ऊंच-नीच से ऊपर उठकर, हम ‘एक भारत – श्रेष्ठ भारत’ की ओर बढ़ेंगे।
डी.एस.सी. समाज को मुख्यमंत्री सैनी ने दिया है उनका हक: बेदी
सामाजिक न्याय, अधिकारिता, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण और अंत्योदय (सेवा) मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि संत कबीर जैसे महापुरुषों की शिक्षाएं आज के समाज के लिए अत्यंत प्रासंगिक हैं। उन्होंने सत्य, समानता, भाईचारे और मानवता का संदेश दिया, जिसे जन-जन तक पहुंचाना हम सभी का कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला अगस्त माह में आया था और सबसे पहले डी.एस.सी समाज के हक में फैसला लागू करने का निर्णय मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि वर्षों तक डी.एस.सी समाज को संघर्ष करना पड़ा। अनेक बार अन्य सरकारों और मुख्यमंत्रियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया गया, लेकिन समाधान की बजाय केवल आश्वासन और आंदोलन मिले। समाज के नेताओं को विरोध प्रदर्शन करने पड़े और कई आंदोलनकारियों को जेल तक जाना पड़ा। परंतु जो सपना कभी अधूरा था, उसे साकार करने का कार्य वर्तमान सरकार ने किया है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन केवल एक जयंती नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव का प्रतीक है। पूर्ववर्ती सरकारों ने सामाजिक संतों और महापुरुषों की जयंती मनाने की परंपरा को महत्व नहीं दिया, जबकि वर्तमान सरकार ने एक नई शुरुआत की, जिसके तहत महर्षि वाल्मीकि जयंती, संत रविदास, बाबा साहेब डा. भीम राव अंबेडकर, संत कबीर और अन्य महापुरुषों की जयंतियां राज्य स्तर पर मनाई जा रही हैं।
संत कबीर ने दिखाया है समरसता का मार्ग: मोहन लाल
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल कौशिक ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह दिन केवल महापुरुष की जयंती का नहीं है, बल्कि एक ऐसे युगपुरुष की स्मृति का दिन है, जिन्होंने समाज को जात-पात और भेदभाव से ऊपर उठाकर समरसता का मार्ग दिखाया। उन्होंने कहा कि संत कबीर के विचार आज भी प्रेरणा देते हैं और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी उन्हीं के सिद्धांतों के अनुरूप समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने न केवल ओ.बी.सी समाज को सशक्त किया है, बल्कि गरीबों, पिछड़ों और वंचितों की आवाज बनकर उभरे हैं। उन्होंने इस बात पर विशेष जोर दिया कि जब हरियाणा सरकार तीसरी बार बनी, तो कैबिनेट का पहला निर्णय डी.एस.सी समाज के अधिकारों के हित में लिया गया। यह सरकार केवल वादे नहीं करती, बल्कि धरातल पर काम करती है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने संकल्प पत्र में 5 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया करवाने का संकल्प लिया है, उस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में समाज के हित में रोजगार, शिक्षा और सम्मान के क्षेत्र में और भी बड़े निर्णय लिए जाएंगे।
हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही है प्रदेश सरकार: सुनीता दुग्गल
कार्यक्रम की संयोजक पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने वर्षों से शोषित और वंचित समाज को एक नई पहचान, एक नई ताकत दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री लगातार जन सेवा के लिए समर्पित रहते हैं और ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से हर वर्ग के कल्याण के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने संत कबीर की शिक्षाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि जिस तरह संत कबीर ने जात-पात के भेदभाव से ऊपर उठकर मानवता को सर्वोपरि माना, उसी भावना से मुख्यमंत्री पूरे समाज को साथ लेकर चल रहे हैं।
संत कबीर हमेशा समाज के रहेंगे प्रेरणा स्त्रोत: डा. अरविंद शर्मा
कैबिनेट मंत्री डा. अरविंद शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने डी.एस.सी समाज के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को तुरंत लागू करते हुए उन्हें समाज की मुख्यधारा में लाने का ऐतिहासिक कदम उठाया, उसके लिए समस्त डी.एस.सी समाज मुख्यमंत्री का आभारी रहेगा। उन्होंने कहा कि संत कबीर दास जी हमेशा हमेशा समाज के प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे। उन्होंने समाज की कुरीतियों को दूर करने का काम किया। वहीं, कैबिनेट मंत्री रणवीर सिंह गंगवा ने अपने संबोधन में कहा कि संत कबीर साहब ने समाज में कुरीतियों को खत्म करने का काम किया। उनकी शिक्षाएं समाज के लिए हमेशा हमेशा मार्गदर्शन करती रहेंगी। स्वामी स्वदेश कबीर ने अपने संबोधन में कहा कि डी.एस.सी समाज की मांग पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हमेशा गंभीरता से विचार करके उसे पूरा करते हैं। उन्होंने संत कबीर दास जी की जीवनी पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला।