गुड़गांव : गांव कांकरौला में अवैध रूप से बने वेयरहाउस को तोड़ने गई डीटीपी की टीम पर पथराव करने के मामले में खेड़कीदौला थाना पुलिस ने मानेसर मेयर इंद्रजीत यादव के पति राकेश यादव के खिलाफ केस दर्ज किया है। यह केस एटीपी राहुल डाबरा की शिकायत पर गैर जमानती धाराओं के तहत दर्ज किया गया है। इसके साथ ही इसमें दो पार्षदों को भी आरोपी बनाया गया है। आरोप है कि तोड़फोड़ के दौरान मेयर पति राकेश यादव मौके पर आए थे और उन्होंने लोगों को पथराव करने के लिए उकसाया था। इसी कारण भीड़ भड़की और पथराव कर दिया। इससे न केवल सरकारी काम में बाधा पहुंची बल्कि जेसीबी क्षतिग्रस्त होने के साथ ही जेसीबी ड्राइवर भी घायल हो गया था जिसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
वहीं, मामले में मेयर पति राकेश यादव की मानें तो यह पूरा मामला राजनीतिक द्वेष का है। एक साजिश के तहत उन्हें राजनीति की भेंट चढ़ाया जा रहा है। वह तोड़फोड़ के दौरान जनता के बुलाने पर मौके पर जरूर गए थे, लेकिन उन्होंने लोगों को नहीं भड़काया। जब वह मौके पर पहुंचे थे तो पहले से ही लोग भड़के हुए थे और हंगामा कर रहे थे। उन्होंने तो लोगों को शांत कराने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि यह केवल राजनीति द्वेष है जिसके कारण उन्हें जबरन मामले में घसीटा जा रहा है। वहीं, मामले में एटीपी की शिकायत पर राकेश यादव, दो स्थानीय पार्षदों सहित करीब 60 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस की मानें तो मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2), 191(3), 190. 115(2), 221. 126(2), 304(2), 351(3), 241, 324(4) के तहत केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।
आपको बता दें कि डीटीपी अमित मधोलिया की टीम भारी पुलिसबल के साथ सोमवार दोपहर को गांव कांकरौला में साढ़े 6 एकड़ जमीन पर अवैध रूप से बने वेयरहाउस को तोड़ने के लिए गई थी। आरोप है कि जब टीम यहां कार्रवाई कर रही थी तो ग्रामीण एकत्र होने लगे। इसी दौरान ग्रामीण भड़क गए और टीम पर पथराव कर दिया। डीटीपी अमित मधोलिया ने बताया कि जैसे ही लोगों ने विरोध शुरू किया तो पुलिस मौके से भाग गई। ऐसे में लोगों ने पथराव करते हुए जेसीबी को तोड़ दिया और जेसीबी ड्राइवर को घायल कर दिया जिसे अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
आपको यह भी बता दें कि इससे पहले भी एक पार्षद का अपहरण कर मारपीट करने का मामला सामने आया था। इस मामले में भी मेयर पति राकेश यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया गया था। उस वक्त भी मेयर डॉ इंद्रजीत ने हयातपुर में हुई पंचायत में खुलकर कैबिनेट मंत्री राव नरबीर पर आरोप लगाए थे कि वह राजनीतिक रंजिश रखते हुए उनके परिवार को परेशान करने के लिए ही यह झूठे मुकदमें उन पर दर्ज करा रहे हैं। चूंकि चुनाव के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री राव इंद्रजीत ने उनका साथ दिया था और कैबिनेट मंत्री राव नरबीर के समर्थक भाजपा प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा था।