कुरुक्षेत्र: राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा सरकार पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला. दरअसल, सुरजेवाला ने आज कुरुक्षेत्र के थानेसर अनाज मंडी का दौरा कर किसानों, आढ़तियों और मजदूरों की समस्याएं सुनीं. इस दौरान थानेसर विधायक अशोक अरोड़ा भी उनके साथ मौजूद थे.
“इतनी दुर्दशा पहले कभी नहीं देखी”: अनाज मंडी का दौरा करने के बाद सुरजेवाला में मीडिया से बातचीत की. बातचीत के दौरान सुरजेवाला ने कहा कि, “हरियाणा में इस समय किसानों, मजदूरों और आढ़तियों की जो हालत है, वह अभूतपूर्व है. अब तक 31 लाख एकड़ भूमि की खराबी की रजिस्ट्रेशन हो चुकी है. लगभग 18 लाख एकड़ की रजिस्ट्रेशन अभी बाकी है. सरकार द्वारा घोषित 7000 रुपए के मुआवजा किसानों के लिए कम है. हरियाणा सरकार ने मुआवजे का अब तक किसानों को एक फूटी कौड़ी भी नहीं दिया. आलम यह है कि किसान दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं. उनकी हालत बदतर है.”
लाडवा मंडी का दिया हवाला: सुरजेवाला ने लाडवा मंडी का हवाला देते हुए कहा कि, “वहां पीआर धान की कीमत 1900 रुपए से 2100 रुपए प्रति क्विंटल तक है. जबकि सरकार ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल देने का वादा किया था. किसानों पर 25 रुपया से 35 रुपया तक की नमी के नाम पर कटौती की जा रही है. बाजरा किसानों की हालत और भी खराब है, जहां MSP 2700 रुपए घोषित होने के बावजूद 2100 रुपए में भी खरीद नहीं हो रही है.”
“जमीन पर उतरने की सीएम को फुर्सत नहीं”: रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री नायब सैनी पर निशाना साधते हुए कहा, “मुख्यमंत्री को हेलीकॉप्टर से उतर कर जमीन की सच्चाई देखने की फुर्सत नहीं है. लाडवा, थानेसर, पिपली, करनाल, अंबाला, यमुनानगर, कैथल और जींद की मंडियों की हालत बहुत खराब है, लेकिन मुख्यमंत्री ने अब तक किसी मंडी का दौरा नहीं किया. मारकंडा नदी के पुल पर खड़े होकर “टाटा-बाय बाय” कहने से किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा. सरकार ने 2023 और 2025 दोनों सालों का मुआवजा नहीं दिया.”
अडानी का नाम लेकर किया प्रहार: हरियाणा सरकार पर आरोप लगाते हुए रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि, “हरियाणा सरकार धीरे-धीरे मंडियों को बंद करके किसानों को अडानी के साइलो सिस्टम की ओर धकेल रही है. जैसे ही पानीपत में अडानी का साइलो शुरू होगा, सरकार मंडियों में ताला लगाकर व्यापार को खत्म कर देगी और किसानों को साइलो के बाहर लाइन में लगना पड़ेगा.”
थानेसर विधायक का सरकार पर लगाया आरोप: इस दौरान थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा ने किसानों की स्थिति को लेकर सरकार पर निशाना साधा. अशोक अरोड़ा ने कहा कि, “इस बार बारिश के कारण फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे किसानों की पैदावार भी काफी कम हुई है. जहां पहले प्रति एकड़ 30 क्विंटल फसल होती थी, अब वह घटकर 18 से 20 क्विंटल रह गई है. मेरी सरकार से मांग है कि पैदावार में आई गिरावट का मुआवजा किसानों को ‘बोनस’ के रूप में दिया जाए.” विधायक ने हरियाणा सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार द्वारा धान में “कट” को जस्टिफाई करने के लिए किसानों से एक फार्म भरवाया जा रहा है, जिसमें उन्हें पेमेंट पूरी मिलने की बात लिखवाई जा रही है, ताकि वे आगे अपनी परेशानी जाहिर न कर सकें. अशोक अरोड़ा ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “यह सरकार किसानों को मार भी रही है और रोने भी नहीं दे रही.”