HPSC भर्ती पर सुरजेवाला का बड़ा दावा- बिहार से कॉपी हुए सवाल, पेपरों की टूटी मिली सील

SHARE

हिसार : राज्यसभा सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला ने हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) की असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया पर बड़ा हमला बोला है। आज हिसार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुरजेवाला ने मुख्यमंत्री नायब सैनी और HPSC चेयरमैन आलोक वर्मा पर सीधा आरोप लगाते हुए पूरी भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दोबारा कराने की मांग की।

“हेराफेरी सर्विस कमीशन” करार दिया आयोग को

सुरजेवाला ने आयोग को ‘हेराफेरी सर्विस कमीशन’ की करार दिया और न्यायिक जांच की मांग की। उन्होंने आरोप लगाया कि HPSC में लगातार पेपर लीक, सवालों की कॉपी और आंसर की में गड़बड़ियों जैसी गंभीर अनियमितताएं सामने आ रही हैं।

मुख्य आरोप और घटनाक्रम:

पेपर लीक और सील टूटी मिली

सुरजेवाला ने बताया कि 29 मई 2025 को पॉलिटिकल साइंस का पेपर लिया गया, जिसकी सील टूटी हुई पाई गई। 1 जून को आयोजित हिंदी के पेपर में भी यही स्थिति रही। 3 जून को भारी विरोध के बाद पेपर रद्द किया गया।

प्रश्न पत्र में गलत सवाल और आंसर की में गड़बड़ी

उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदी के प्रश्न पत्र में 27 सवाल पूरी तरह गलत थे। बाद में रिवाइज आंसर की में भी सही उत्तरों को गलत बताया गया, जिससे अभ्यर्थियों को भारी नुकसान हुआ।

ज्योग्राफी के पेपर में सवालों की नकल

सुरजेवाला ने ज्योग्राफी पेपर में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) से सीधे 32 सवाल कॉपी किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि आयोग के चेयरमैन आलोक वर्मा खुद बिहार से हैं, जिससे इस नकल की संभावना और भी मजबूत होती है।

7 साल से लंबित भर्ती प्रक्रिया

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि 2019 के बाद से हरियाणा में असिस्टेंट प्रोफेसर की कोई भर्ती नहीं हुई। अगस्त 2024 में 26 विषयों में 2,424 पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई, जिसमें लगभग डेढ़ लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया। लेकिन भर्ती शुरू होते ही पेपर लीक, सवालों की नकल और आंसर की की गलतियों के चलते पूरा सिस्टम सवालों के घेरे में आ गया।

मुख्यमंत्री को बताया जिम्मेदार, हाईकोर्ट जांच की मांग

सुरजेवाला ने पूरे मामले की जिम्मेदारी हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी पर डालते हुए हाईकोर्ट की सिटिंग जज से स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ परीक्षा नहीं, बल्कि लाखों युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ है।