राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस के प्लेटफार्म पर पार्टी व अपनी मजबूत पहचान बनाने में सफल साबित होते आ रहे कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तथा राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला देश व प्रदेश की राजनीति में चमकते सितारे हैं। राजनीतिक क्षेत्र में एक ध्रुव तारे की तरह चमकते रणदीप सुरजेवाला का ग्राफ विपक्ष में रहते हुए भी लगातार बढ़ रहा है l 3 जून 1967 को जन्मे रणदीप सुरजेवाला अपनी काबिलियत, कार्यशाली, जमीनी स्तर पर काम करने का जज्बा, पार्टी प्रति समर्पण तथा हर मोर्चे पर जनविरोधी नीतियों के खिलाफ भाजपा सरकार को घेरने का मादा रखने वाले सुरजेवाला की अलग पहचान है।
किसान नेता एवं पूर्व मंत्री स्वर्गीय चौधरी शमशेर सुरजेवाला के पुत्र रणदीप सुरजेवाला छात्र जीवन से ही हरियाणा की जनता की सेवा के लिए रणभूमि में कूद गए थे, तब से लेकर अब तक उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। सुरजेवाला आज जहां पार्टी में गांधी परिवार के बाद एक बड़े प्रभावी चेहरे के रूप में उभर कर सामने आ रहे हैं, वहीं पार्टी में उन्हें लगातार मिल रही बड़ी जिम्मेदारियां गांधी परिवार के साथ उनके विश्वास को और पुख्ता करने के साथ-साथ कांग्रेस में उनका सियासी कद भी मजबूत कर रही है। कई घटनाक्रमों में सुरजेवाला कांग्रेस के लिए संकटमोचक साबित हुए हैं तथा अपनी हर जिम्मेदारी को बाखूबी निभाकर एक मिसाल कायम की है।
सुरजेवाला की अपार लोकप्रियता का आलम इसी बात से लगाया जा सकता है कि प्रदेश में सरकार के जनविरोधी फैसलों के खिलाफ कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में अपार जन सैलाब का उमडना है । किसान आंदोलन में किसानों की आवाज बने । जनता के सुख-दुख में बराबर का भागीदारी होना सुरजेवाला की दिनचर्या का हिस्सा है । संकट के समय मानवता की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता कि नीति पर चलते हुए कोरोना काल संक्रमण के दौरान कैथल सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में जिस प्रकार लोगों की जान की सलामती के लिए सुरजेवाला ने कदम उठाए वह कार्य लोगों के दिलों में अमिट छाप लगा चुके हैं और हर वर्ग के लोगों ने उनके कार्यों की सराहना की ।
सुरजेवाला के विकास कार्य आज तक अपनी कहानी खुद बयां कर रहे…
किसी भी प्रत्याशी के काम का मूल्यांकन अगर वह पहले जनप्रतिनिधि रहा हो तो उसके कार्यों से किया जाता है। सुरजेवाला के बहुत से विकास कार्य आज तक अपनी कहानी खुद कैथल सहित पूरे हरियाणा में उनके द्वारा करवाए गए अपार विकास कार्य स्वयं ब्यां करते हैं। सुरजेवाला के मंत्री रहते 10 सालों का अनुभव जो आम आदमी का रहा है उनके नजरिए से बात की जाए तो उन्होंने मंत्री रहते बिना किसी पक्षपात व भेदभाव के हर वर्ग व समुदाय के लोगों को बराबर सम्मान देते हुए सभी जरूरतमंद का भला किया । सभी राजनीतिक पार्टियों का एकमात्र लक्ष्य सुरजेवाला के समानांतर अपने आपको तैयार करना है, ताकि उनको टक्कर देने के लायक अन्य सत्तासीन व विपक्षी दल बन सके।
यह कहना गलत नहीं होगा कि दूसरे दलों की लाख कोशिशें और सत्तासीन सरकार जी-तोड़ मेहनत कर भी उस विकास की बुलंदियों को छू नहीं सकती जिसे छूने का सौभाग्य सुरजेवाला को मिल चुका है। सही मायने में कैथल को राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में सुरजेवाला ने अनगिनत विकास कार्य करवाकर पहचान दी जिसका सीधा लाभजनता को आज तक मिल रहा है। अब जनता को पूरी उम्मीद है कि राष्ट्रीय स्तर पर सुरजेवाला आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को हरियाणा में बहुमत दिलाकर सत्तासीन करने का कार्य करेंगे।