कुरुक्षेत्र : हरियाणा के कुरुक्षेत्र के सुशील का शव आज 79 दिन बाद फ्रांस के पेरिस से भारत पहुंचा। नई दिल्ली से शव को सुशील के घर पिहोवा स्थित पूजा कॉलोनी लाया गया। उसके बाद शव को अंतिम संस्कार किया गया। सुशील अनमैरिड था। परिवार को 15 फरवरी को सूचना मिली कि सुशील ने पेरिस में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया, लेकिन परिजन इस पर यकीन नहीं कर पा रहे थे। 8 फरवरी को सुशील की उसके भाई सौरव से नॉर्मल बातचीत हुई थी। 11 फरवरी को सुशील ने फेसबुक पर अपने भाई के जन्मदिन की स्टोरी भी शेयर की थी।
अभी भी सुशील की मौत की वजह सामने नहीं आई है। सुशील के पिता जगदीश चंद परिवहन विभाग से रिटायर्ड हैं। उन्होंने अपनी रिटायरमेंट के पैसे और कर्ज लेकर सुशील को फ्रांस भेजा था। उम्मीद थी कि बेटा घर की तकदीर बदलेगा, लेकिन किस्मत ने ऐसा धोखा दिया कि अब उसके लौटने पर घर का चूल्हा भी ठंडा पड़ गया।
पिछले साल 8 जनवरी को सुशील पेरिस गया था। सुशील पेरिस में कपड़े के शोरूम पर काम करता था। उसके साथ पंजाब के 3 युवक काम करते थे। सामाजिक कार्यकर्ता इकबाल सिंह और इंडियन एंबेसी की मदद से सुशील का शव भारत लाया गया। कागजी कार्रवाई में करीब 3 महीने का समय बीत गया।