टांगरी नदी का कहर: लगातार भारी बारिश से अंबाला में बाढ़ का खतरा, NDRF ने चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन

SHARE

अंबाला: हिमाचल और उत्तराखंड में उत्पात मचाने के बाद मानसून में पंजाब में जम कर तबाही मचाई है. पंजाब में बाढ़ से हालात बद से बदतर हो गए हैं. लगातार भारी बारिश का असर अब हरियाणा में भी देखने को मिल रहा है. सभी नदी-नाले खतरे के निशान से ऊपर बह रहे हैं. अंबाला में हालात और भी चिंताजनक हो गए जब टांगरी नदी में एकाएक 40,500 क्यूसिक से ज्यादा पानी आ गया. जिससे पंजाब के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए.

टांगरी नदी के किनारे बसी कॉलोनियां जलमग्न

 जैसे ही टांगरी नदी का जलस्तर बढ़ा, नदी किनारे बसे इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए. अंबाला कैंट के वार्ड नंबर 11 और 12 सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. लोगों के घरों में कई-कई फीट तक पानी भर गया है. कई कॉलोनियों का संपर्क बाकी शहर से टूट गया है.

रेस्क्यू में जुटी NDRF और पुलिस की टीम

हालात बिगड़ते देख प्रशासन ने तुरंत अलर्ट जारी कर दिया. NDRF की टीमें और पुलिस प्रशासन ने नावों की मदद से लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला. गलियों में नाव चल रही हैं और लोग जान बचाकर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं.

प्रशासन ने किया इलाके का दौरा

 जैसे ही जलस्तर बढ़ा, अंबाला के उपायुक्त ने खुद टांगरी नदी के किनारे का दौरा किया और हालात का जायजा लिया. प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है.

“सुबह से तेज बारिश हो रही है. पंचकूला से अंबाला तक हर एरिया में बारिश हुई है. पहाड़ी इलाकों से जो पानी है, वो घग्गर और टांगरी नदी के जरिए अंबाला में घुस गया है. टांगरी नदी का फ्लो 32 हजार क्यूसेक है. जो 40,500 तक चला गया था. जबकि नदी का डेंजर लेवल 20 हजार क्यूसेक है. फिलहाल डेंजर लेवल से काफी ज्यादा पानी बह रहा है. बाढ़ की स्थिति को देखते हुए वार्निंग जारी कर दी गई थी. स्कूलों की छुट्टी करवा दी गई थी. लोगों को रेस्क्यू करने का काम किया जा रहा है. जो लोग पानी में फंस गए हैं उन्हें ट्रैक्टर और बोट के जरिए निकाला जा रहा है. लोगों को धर्मशाला में पहुंचाया जा रहा है. जहां उनके रहने और खाने की व्यवस्था की गई है. एसडीआरएफ की दो टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है. उनके साथ प्रशासन की टीमें भी जुटी हैं.”- अजय सिंह तोमर, उपायुक्त

2023 की बाढ़ का मंजर फिर से ताजा: अंबाला के लोग अभी 2023 की विनाशकारी बाढ़ को भूले नहीं थे. उस समय करोड़ों की संपत्ति का नुकसान हुआ था. करीब दस दिन तक बाढ़ का पानी खड़ा रहा था. इस बार भी हालात लगभग वैसी ही तस्वीर दिखा रहे हैं. एक बार फिर टांगरी नदी ने शहरवासियों को अपनी चपेट में ले लिया है.