नूंह : पाकिस्तान जाने के बदले में मोबाइल सिम कार्ड देने के आरोप में पकड़े गए जासूस तारिफ के घर पर उसकी पत्नी, भाई, बहन का कहना है कि तारिफ बेकसूर है। जो वीडियो काबुल नामे की बनाई गई है, वह उसे पर दबाव डालकर बनवाई गई है। वहीं, परिवार के लोगों का कहना है कि यदि वह कसूरवार है तो हम उसके साथ नहीं है।
परिवार के लोगों ने देश की सेवा की हैः तारिफ के बड़े भाई
जासूसी के आरोप में पकड़े गए तारिफ के बड़े भाई ने बताया कि परिवार के लोगों ने देश की सेवा की है। हमारे दादा के भाई सीआरपीएफ में डीएसपी थे, हम अपने देश के साथ कैसे गद्दारी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि परिवार के सभी लोग 2 से 3 बार पाकिस्तान जरूर गए लेकिन वह अपने देश के साथ गद्दारी नहीं कर सकते। उनका कहना है कि पाकिस्तान में उनके परिवार के ही लोग रहते हैं उनसे मिलने के लिए अपने पिता के साथ गए थे जिसमें पूरा परिवार साथ गया था। तारिफ तावडू के पास एक गांव में डॉक्टर की दुकान करता है।
तारिफ ने ऐसा कोई गलत काम नहीं कियाः पत्नी
तारिफ की पत्नी का कहना है कि तारिफ अपने भाइयों से झूठ बोल सकता है लेकिन मेरे से झूठ नहीं बोल सकता, अपने ऐसा कोई गलत काम नहीं किया है, जिससे हमें शर्मिंदा होना पड़े या हमारे देश के लिए कोई खतरा बने। उन्होंने कहा कि तारिफ बेकसूर है उन पर दबाव बनाकर वह वीडियो बनवाई गई है। परिवार के लोगों का कहना है कि तारिफ को लेकर गए 4 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी तक कोई जांच एजेंसी घर पर जांच के लिए नहीं आई है। उन्होंने कहा कि यदि तारिफ पैसे लेकर यह काम करता तो घर कोई आलीशान होता ना की झुग्गी झोपड़ी जैसा, जैसा आप देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि अपने भाई के न्याय के लिए वह लड़ाई लड़ेंगे।
वहीं, गांव के बुजुर्ग कालू का कहना है कि तारिफ दिन-रात मेरे साथ ही रहा करता, जिस दिन उसको कुछ लोग उठ कर ले गए, उसे दिन भी वह मेरे साथ ही था। तारिफ ने कोई गलत काम नहीं किया है।