चंडीगढ़ : हरियाणा में कैंसर के मरीजों की संख्या हर साल बढ़ रही है, लेकिन राहत की बात यह है कि अब मरीजों की जीवन प्रत्याशा में सुधार देखने को मिल रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य में कैंसर का शीघ्र निदान, आधुनिक इलाज की उपलब्धता और आयुष्मान योजना जैसे कार्यक्रमों ने मरीजों की आयु बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
हरियाणा एनसीडी क्लीनिक के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. ओम सैनी ने बताया कि प्रदेश के लगभग सभी रीजनल सेंटर और जिला अस्पतालों में कैंसर की प्रारंभिक जांच की सुविधाएं उपलब्ध हैं। रोग की पहचान होते ही मरीजों का इलाज शुरू कर दिया जाता है। राज्य के अस्पतालों में अब पीजीआई में निर्धारित कीमोथेरेपी भी मुफ्त उपलब्ध कराई जा रही है। समय पर कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी और सर्जरी के कारण मरीजों के जीवन में सुधार आ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, हरियाणा में साल 2020 से 2022 के बीच कुल 90 हजार से अधिक नए कैंसर केस दर्ज किए गए, जिनमें करीब 49 हजार मरीजों की मृत्यु हुई। वर्ष 2023 में 29,437 और 2024 में 30,475 नए मरीज सामने आए। इनमें सबसे अधिक मामले निजी अस्पतालों से दर्ज हुए। विभाग का मानना है कि जनसंख्या वृद्धि, बेहतर रिपोर्टिंग और उन्नत जांच सुविधाओं के कारण केसों की संख्या में वृद्धि दिखाई दे रही है, जो स्वास्थ्य जागरूकता का भी संकेत है।

















