चंडीगढ़ की प्रसिद्ध सुखना लेक में गर्मी का प्रभाव देखने को मिल रहा है। लगातार तेज धूप और गर्म हवाओं के कारण झील का जलस्तर तेजी से घट रहा है। वर्तमान में जलस्तर 1156.35 फुट पर आ गया है, जो 15 मई को 1157 फुट था। यानी जलस्तर में करीब एक फीट की गिरावट आई है। प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि तेज धूप की वजह से पानी वाष्पित हो रहा है, जिससे झील के कई हिस्से सूखने लगे हैं। खासकर रेगुलेटर क्षेत्र में झील की सतह दिखाई देने लगी है। हालांकि, अभी भी बोटिंग के लिए पर्याप्त पानी मौजूद है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है।
पहले भी जलस्तर गिर चुका है
गर्मियों में सुखना लेक का जलस्तर गिरना कोई नई बात नहीं है। 2016 में यह 1153 फुट तक गिर चुका था, जबकि 2015 में 1152 फुट से भी नीचे आ गया था। सुखना लेक का आदर्श जलस्तर 1163 फुट माना जाता है। इस समय झील की सफाई और गाद हटाने (डी-सिल्टिंग) का उपयुक्त समय भी माना जा रहा है, क्योंकि कई हिस्से सूख चुके हैं।
प्रशासन की 5 साल की संरक्षण योजना
झील को बचाने और संरक्षण करने के लिए प्रशासन ने 5 वर्ष की विशेष योजना बनाई है। योजना के तहत झील के आसपास सफाई, जल गुणवत्ता सुधार और अवैध निर्माण रोकने के कार्य किए जाएंगे। इसके लिए वेटलैंड अथॉरिटी का गठन किया गया है, जिसकी अध्यक्षता चंडीगढ़ के प्रशासक स्वयं कर रहे हैं।