गुड़गांव : कहावत है कि बिल्ली को अगर दूध की रखवाली का जिम्मा मिल जाए तो मौका मिलते ही अपना रंग दिखा देती है। ऐसा ही एक मामला गुड़गांव में सामने आया है जहां बैंक के दो कर्मचारियों ने ही बैंक के लॉकर में सेंध लगाकर करीब 15 लाख रुपए गायब कर दिए। मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बैंक कैशियर सहित दो आरोपियों को काबू कर लिया है। आरोपियों की पहचान रेवाड़ी के गांव खालेटा निवासी अमन (28) व प्रवीण (26) के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपी अमन को कल गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड पर लिया था जिससे पूछताछ के बाद प्रवीण को बिलासपुर चौक से काबू कर लिया।
आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि उपरोक्त दोनों आरोपी एक ही गांव के रहने वाले है। आरोपी प्रवीण प्लम्बर व इलेक्ट्रिशियन का काम करता है तथा आरोपी उपरोक्त बैंक (जिस बैंक में चोरी हुई) में कैशियर के पद पर कार्यरत है। आरोपी अमन ने कॉपरेटिव बैंक वर्ष-2021 में ज्वाइन किया था व कॉपरेटिव बैंक की राठीवास शाखा में यह मई-2025 से बतौर कैशियर कार्यरत है। बैंक के लॉकर की चाबियां आरोपी अमन के पास ही रहती थी। आरोपी अमन को रुपए देखकर लालच आ गया और यह (आरोपी अमन)17 अक्टूबर 2025 से बैंक के लॉकर से थोड़े-थोड़े करके रुपए निकालता रहा, फिर इनसे अपने गांव के रहने वाले प्रवीन के साथ मिलकर बैंक के लॉकर से चोरी करने की योजना बनाई और योजनानुसार इन दोनों ने मिलकर 26/27 अक्टूबर को बैंक का दरवाजा व लॉकर खोलकर लॉकर में रखी नकदी व बैंक का DVR चोरी करने की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 3 लाख 62 हजार रुपए नकद व बैंक के लॉकर सहित बैंक की कुल 3 चाबियां बरामद की हैं।
आपको बता दें कि 27 अक्टूबर को बिलासपुर थाना पुलिस को ईआरवी 237 ने गांव राठीवास स्थित कोऑपरेटिव बैंक से चोरी होने की सूचना मिली थी। बैंक शाखा प्रबंधक द्वारा पुलिस को शिकायत देकर कहा गया था कि 24 अक्टूबर को वह रोजाना की तरह बैंक बंद करके गए थे। 27 अक्टूबर को सुबह जब ये बैंक में आए तो बैंक का मुख्य दरवाजा व लॉकर (कैश रखने का स्थान) खुला मिला। बैंक के कैशियर अमन द्वारा 24 अक्टूबर को लॉकर में 14 लाख 82 हजार रुपए रखकर लॉकर को लॉक किया गया था, जो रुपए सुबह चोरी हुए मिले तथा बैंक के CCTV कैमरे का DVR भी चोरी मिला। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

















