चंडीगढ़ : पूर्व सांसद व भाजपा नेता कुलदीप बिश्रोई को अखिल भारतीय बिश्रोई महासभा के संरक्षक पद से हटाने एवं बिश्रोई रतन का खिताब वापस लेने के निर्णय को मुरादाबाद की सहायक रजिस्ट्रार फर्म्स, सोसाईटीज तथा चिट्स ने खारिज कर दिया है। अपने इस फैसले में सोसायटी के सहायक रजिस्ट्रार आनंद विक्रम सिंह ने कुछ समय पहले गठित की गई कार्यकारिणी को भी जायज ठहराया है। इस फैसले पर कुलदीप बिश्रोई ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि समाज के उत्थान के लिए हम सभी को मिलजुल कर मेहनत करनी होगी।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष अखिल भारतीय बिश्रोई महासभा के तत्कालीन प्रधान देवेंद्र बुडिय़ा ने राजस्थान के मुकाम में एक बैठक बुलाकर कुलदीप बिश्रोई को महासभा के संरक्षक पद से हटा दिया था। साल 2012 में कुलदीप बिश्रोई महासभा के संरक्षक बने थे। इससे पहले इस पद पर उनके पिता व पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भजनलाल थे। हालांकि बुडिय़ा की ओर से कार्यकारिणी को भी भरोसे में नहीं लिया गया। इसके बाद स्वयं कुलदीप बिश्रोई ने पिछले वर्ष 8 दिसंबर को संरक्षक के पद से इस्तीफा देते हुए नए सिरे से चुनाव करवाने के लिए हुकमा राम को अध्यक्ष बनाते हुए एक 29 सदस्यीय कमेटी का गठन किया था।
वहीं अखिल भारतीय बिश्रोई महासभा ने बुडिय़ा के निर्णय को मुरादाबाद की सोसायटीज व चिटस में चुनौती देते हुए एक याचिका दायर की थी। अब सोसायटीज के सहायक रजिस्ट्रार ने इस याचिका पर सुनवाई करते हुए बुडिय़ा के फैसलों को खारिज कर दिया है। सोसायटी के सहायक रजिस्ट्रार ने स्पष्ट कहा कि प्रधान को हटाने का अधिकारी संरक्षक के पास है। अगर प्रधान सही काम न करे तो संरक्षक प्रधान को हटा सकता है। हालांकि जब कुलदीप बिश्नोई ने प्रधान बुडिय़ा को हटाया तो उनका दावा था कि संरक्षक उन्हें नहीं हटा सकता। उल्लेखनीय है कि सोसायटी में सहायक रजिस्ट्रार सोसायटी पंजीकरण अधिनियम के तहत बनाई गई सोसाइटियों के पंजीकरण और पर्यवेक्षण के लिए जिम्मेदार होता है। रजिस्ट्रार यह सुनिश्चित करता है कि सोसायटी कानूनी प्रक्रिया का अनुपालन करे।
फैसले के बाद कुलदीप बोले, फाल्गुनी मेले से पहले होंगे चुनाव
सोसायटीज की ओर से आए निर्णय का स्वागत करते हुए पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर एक 5 मिनट का वीडियो पोस्ट किया। कुलदीप बिश्नोई ने कहा कि ‘आज नई कार्यकारिणी की घोषणा मुरादाबाद से हुई है। मैं नई कार्यकारिणी को पूरे समाज की ओर से बधाई देता हूं। खासतौर पर हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष हुकमा राम को वे बधाई देते हैं।’ कुलदीप बिश्रोई ने कहा कि वे पूरी कार्यकारिणी से विनम्र निवेदन करते हैं कि आप समाज के उत्थान के लिए पूरी मेहनत से कार्य करते रहें। कुलदीप बिश्रोई ने यह भी कहा कि एक लंबी मांग समाज में थी कि चुनाव होने चाहिएं और वे पूर्णरूप से इसके पक्षधर हैं। उन्होंने कार्यकारिणी से निवेदन किया कि आने वाले 2 से 3 सप्ताह के बीच फाल्गुनी मेले से पहले चुनाव हो जाने चाहिएं। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव पूरी तरह से निष्पक्ष एवं पारदर्शी प्रक्रिया से होने चाहिएं। इसके लिए सोशल मीडिया पर एक पेज बनाया जाए और सभी जानकारियां शेयर की जाएं।
उन्होंने बिश्रोई समाज के लोगों को भरोसा दिलाया कि फाल्गुनी मेले से पहले चुनाव संपन्न हो जाएंगे। पूर्व सांसद कुलदीप बिश्रोई ने कहा कि समाज का कोई व्यक्ति कभी भी आकर उन्हें अपने सुझाव दे सकता है। उन्होंने समाज के युवाओं का आह्वान किया वे समाज के 29 नियमों का पालन करें। वे स्वयं भी पूजा पाठ करते हैं और पूरी गंभीरता के साथ 29 नियमों का पालन करते हैं। उन्होंने कहा कि वे बिना पद के भी कार्य करते रहेंगे। उन्होंने संरक्षक पद से इसलिए इस्तीफा दिया कि काम का अत्याधिक बोझ था। कुलदीप बिश्रोई ने कहा कि समाज की सेवा करने के लिए उन्हें किसी पद की जरूरत नहीं है। चौधरी भजनलाल परिवार समाज की पहले की तरह सेवा करता रहा है और आगे भी करता रहेगा। मैं समाज के लोगों से एकजुटता की अपील करता हूं और कहता हूं कि एक होकर समाज को आगे लेकर जाना है। जिस समाज में फूट होती है वो समाज टूट जाता है और बिखर जाता है।
महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष देहडू ने जताया हर्ष
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुभाष देहडू का कहना है कि अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा में अलोकतांत्रिक प्रक्रियाओं की जांच करने तथा समाज के सामने दूध का दूध और पानी का पानी लाने के लिए महासभा कार्यकारिणी सदस्यों ने बहुमत से सहायक रजिस्ट्रार फर्म्स, सोसाईटीज तथा चिट्स मुरादाबाद के समक्ष अपील लगाई थी। अब लंबी सुनवाई के बाद सच्चाई की जीत हुई है। इसके लिए पूरा बिश्नोई समाज सोसाइटीज प्रशासन का आभारी है। सहायक रजिस्ट्रार द्वारा सुनाए गए फैसले की प्रति उन्हें मिल गई है। संत समाज एव समाज के सभी सम्मानित गणमान्य लोगों के सामने मैं हर्ष के साथ यह फैसला सांझा कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा (रजि.) सभी षडय़ंत्रों से बाहर निकलकर पुन: समाज कल्याण की दिशा में कार्य करेगी।’