महाभारत क़ालीन बलराम जी की सरस्वती यात्रा के पहले चरण का कार्य किया शुभारंभ

SHARE

चंडीगढ़: कुरु भूमि कुरुक्षेत्र में सरस्वती नदी के ऊपर जब महाभारत का युद्ध हुआ तब बलराम जी भगवान कृष्ण जी के बड़े भाई ने युद्ध में हिस्सा ना लेकर सरस्वती की यात्रा द्वारका से लेकर आदिबद्री तक की थी जिसका वर्णन महाभारत के वनप्रव , शेल्य प्रव व  वामन पुराण व कई इन ग्रंथों में आता है उन्होंने इस यात्रा के दौरान सभी तीर्थों के दर्शन किए थे सरस्वती बोर्ड इस यात्रा को उन्हें प्रारंभ करने हेतु रास्ता बना रहा है तथा सरस्वती को मज़बूत करने के लिए दोनों तरफ़ मज़बूत रास्ता बनाने व पगडंडी बनाने के लिए यह काम शुभारंभ किया है ।

सरस्वती नदी के दोनों तरफ़ के बाँध मज़बूत करने से इस क्षेत्र में फ्लड से भी छुटकारा मिलेगा तथा डार्क ज़ोन भी दूर होगा यह हैं कार्य यमुनानगर जिला के ऊँचा चांदना से लेकर पीपली तक किया जा रहा है इसका शुभारंभ करते हुए सरस्वती बोर्ड के डिप्टी चेयरमैन धूमन सिंह किरमच ने बताया कि यह कार्य क़रीब 63 किलोमीटर क्षेत्र को कवर किया जाएगा जिसमें सरस्वती नदी बरसात के दिनों में बहूत सारा पानी लेकर आती है जो ज़्यादा  बरसात या फलड होने से सरस्वती नदी टूट जाती थी लेकिन मुख्यमंत्री नायब सैनी जी की इस योजना से सरस्वती नदी में कोई कटाव नहीं होगा ।
​​​​​​​

इस योजना के माध्यम से सरस्वती बोर्ड सरस्वती पर दोनों तरफ़ रास्ता बना रहा है और एक पगडंडी बनाकर लोगों को आने जाने के लिए भी सुविधाएँ दी जाएंगी यह कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का टारगेट लिया गया है जिसके माध्यम से सरस्वती बोर्ड में जीतने रिजर्वायर नदी के किनारे बनाए हुए हैं उसमें पानी डालने का भी काम ज़्यादा होगा और और रादौर वह लाडवा क्षेत्र का डार्क ज़ोन भी दूर होगा  होगा किसानों को फ़्लॉड से राहत मिलेगी खेती के लिए ज़्यादा पानी मिलेगा ,पवित्र यात्राओ का मार्ग बनेगा।