खासकर उन कमेटियों में नाम न होने पर पार्षदों में असंतोष देखा गया जो शहर के विकास के लिए बनाई जा रही थीं। करीब दो घंटे की गहमागहमी के बाद बैठक संपन्न हुई और नगरपालिका प्रशासन ने राहत की सांस ली। पिछले महीने स्थगित बैठक के बाद पार्षदों ने नाराजगी जताई थी और ज्ञापन सौंपा था जिससे प्रधान और पार्षदों के बीच खींचतान की चर्चाएं जारी रही।
बैठक में शुरुआत से ही गर्मागर्मी का माहौल रहा। पार्षदों को बैठक में शामिल होने की अनुमति देने पर कई प्रतिनिधि भड़क गए। नगर पालिका की संबंधित समितियों में नाम न होने पर नाराजगी और बढ़ी। बैठक में गहमागहमी के बाद सैनिटरी कमेटी में चार पार्षदों के नाम शामिल किए गए जिससे विवाद शांत हुआ।
इसके अलावा बैठक में हरियल पार्क में ई-लाइब्रेरी बनाने, नगर पालिका की जमीन पर तारबंदी या चहारदीवारी बनवाने और शहर के विकास से जुड़े कई मुद्दों पर चर्चा हुई। प्रधान बंटी तायल ने कहा कि आपसी गलतफहमी के कारण गर्मागर्मी हुई थी लेकिन अब चार पार्षदों को समिति में शामिल कर विवाद खत्म कर दिया गया है।
नगरपालिका सचिव तेजपाल सिंह ने बताया कि बैठक में कुछ समय के लिए गर्मागर्मी हुई थी लेकिन मामला शांत हो गया। बैठक में शहर के विकास पर चर्चा हुई और कई विकास प्रस्ताव पास किए गए। सचिव ने कहा कि शहर में विकास कार्यों में पारदर्शिता और तेजी लाना प्राथमिकता है। बैठक में सचिव तेजपाल सिंह सहित सभी वार्ड पार्षद उपस्थित रहे।