HAU Girl Hostel खाली कराने पर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने बताई असल वजह, पढ़ें पूरी खबर

SHARE

हिसार: हिसार की चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में छात्रों का आंदोलन खत्म होने के बाद एक बार फिर मामला गर्मा गया है। HAU प्रशासन पर आरोप है कि गर्ल हॉस्टल को जबरन खाली करवाया जा रहा। इसके लिए स्टूडेंट्स पर दबाव बनाया जा रहा। इस संबंध में अब यूनिवर्सिटी प्रशासन सफाई दी है।

यूनिवर्सिटी अनुसंधान निदेशक व कोर्डिनेशन कमेटी के चेयरमैन डॉ. राजबीर गर्ग ने बताया कि विश्वविद्यालय का शैक्षणिक सत्र 2024-25 संपन्न हो चुका है। विश्वविद्यालय के एक महीने का ग्रीष्मकालीन सत्र भी शुरू हो गया है। यह नियम है कि प्रत्येक वर्ष ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान छात्र-छात्राओं के हॉस्टल खाली करवाए जाते हैं ताकि उनकी मरम्मत सहित अन्य कार्यों को पूरा करवाया जा सके। स्टूडेंट्स हैंडबुक वॉल्यूम में भी पहले से ही इसके बारे में जिक्र किया गया है।

यह नियमित प्रक्रिया है- डॉ. राजबीर गर्ग

उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी पहले की भांति ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान छात्र एवं छात्राओं के हॉस्टलों की मरम्मत संबंधी कार्य किया जाएगा। हॉस्टल खाली करवाना एक नियमित प्रक्रिया है, जिसे विश्वविद्यालय के शैक्षणिक सत्र के शुरू में ही एकेडमिक कैलेंडर के माध्यम से सभी को सूचित कर दिया जाता है। ज्ञात रहे कि इस दौरान हॉस्टलों के मेस भी बंद रहते हैं क्योंकि मेस में कार्य करने वाले अधिकांश कर्मचारी दूसरे प्रदेशों के हैं जो छुट्टियों के दौरान अपने घर चले जाते हैं।

आंदोलनरत छात्र गलत प्रचार कर रहे हैं- डॉ. राजबीर गर्ग

डॉ. गर्ग ने बताया कि नए शैक्षणिक सत्र की दाखिला प्रक्रिया शुरू हो गई है। नए दाखिले लेने वाले विद्यार्थियों को भी हॉस्टल उपलब्ध करवाए जाएंगे। ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान विश्वविद्यालय के नेहरू पुस्तकालय की भी फिजिकल वैरिफिकेशन की जाती है, जो लाइब्रेरी बंद के दौरान ही हो सकती है। उन्होंने बताया कि आंदोलनरत छात्रों द्वारा हॉस्टल बंद करने के बारे में गलत प्रचार किया जा रहा है जबकि यह एक नियमित प्रक्रिया है।