हरियाणा में कॉमन एलिजिबिलिटी टेस्ट (CET-2025) की परीक्षा तिथि फाइनल हो चुकी है। मुख्यमंत्री नायब सैनी से चर्चा के बाद हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) आज CET 2025 की आधिकारिक परीक्षा तिथि जारी कर सकता है। मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के सूत्रों के अनुसार, यह परीक्षा जुलाई के अंतिम सप्ताह, यानी 26 और 27 जुलाई को आयोजित की जा सकती है। यह दोनों दिन शनिवार और रविवार हैं। CET 2025 के लिए राज्य भर में करीब 1,350 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, लेकिन हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन ने सुरक्षा मानकों के कारण 334 सेंटर कम कर दिए हैं। इस ग्रुप-C की परीक्षा के लिए कुल 13.47 लाख उम्मीदवारों ने रजिस्ट्रेशन कराया है।
हर जिले में तैनात होंगे दो नोडल अफसर
हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन इस CET परीक्षा को दो दिन में चार शिफ्टों में आयोजित करेगा। एक सत्र में लगभग 4.73 लाख अभ्यर्थी एक साथ परीक्षा दे सकेंगे, जिससे 13.47 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा दो दिनों में पूरी हो सकेगी। प्रत्येक जिले में दो नोडल अफसर तैनात किए जाएंगे, जो परीक्षा संचालन और सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे।
CET 2025 में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
CET 2025 परीक्षा में सुरक्षा के लिए लगभग 13,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर लगभग 10 सुरक्षाकर्मी मौजूद रहेंगे। परीक्षा संचालन का स्टाफ इससे अलग होगा। HSSC के चेयरमैन एडवोकेट हिम्मत सिंह परीक्षा की तैयारियों को लेकर लगातार बैठकें कर रहे हैं ताकि परीक्षा शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न हो।
शहर से 10 किलोमीटर के दायरे में बनाए गए परीक्षा केंद्र
हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने 19 जून को सभी जिला उपायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में निर्देश दिए थे कि CET 2025 के लिए परीक्षा केंद्र अधिकतम 10 किलोमीटर के दायरे में ही बनाए जाएं। यह कदम अभ्यर्थियों की सुविधा और शहर से दूर परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में होने वाली समस्याओं को ध्यान में रखकर उठाया गया है।
प्रत्येक CET परीक्षा केंद्र पर CCTV और सुविधाएं सुनिश्चित
मुख्य सचिव ने CET 2025 के परीक्षा केंद्रों के लिए स्पष्ट गाइडलाइन भी जारी की है। परीक्षा केंद्रों पर बिजली, पानी, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। केवल उन्हीं स्कूलों और कॉलेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है जिनमें चारदीवारी सुरक्षित हो। सभी परीक्षा केंद्रों पर CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि परीक्षा की निगरानी कड़ाई से की जा सके। साथ ही, परीक्षा केंद्रों के आसपास यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाया गया है ताकि वाहनों की वजह से जाम की स्थिति न बने।