IPS पूरन कुमार के गनमैन की पत्नी का आरोप, कहा– रोहतक जेल में बंद पति की जान को है खतरा

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दिवंगत आईजीपी वाई पूरन कुमार के मुख्य गवाह और पूर्व निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) सुशील कुमार की पत्नी ने राज्य सरकार और न्यायपालिका के शीर्ष अधिकारियों को पत्र लिखकर दावा किया है कि रोहतक जेल में उन्हें रोज़ाना यातनाएँ और जान से मारने की धमकियाँ मिल रही हैं। उन्होंने सुशील कुमार को तुरंत किसी अन्य जेल में स्थानांतरित करने की माँग की है। आईजीपी कुमार ने 7 अक्टूबर को चंडीगढ़ में अपनी जान दे दी।

सुशील कुमार रोहतक में दर्ज एक प्राथमिकी के सिलसिले में विचाराधीन कैदी हैं, जिसकी चंडीगढ़ पुलिस आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या से जुड़ी कथित साज़िश के तहत जाँच कर रही है। यह पत्र उनकी पत्नी सोनी देवी ने 2 नवंबर को हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह), महानिदेशक (कारागार), पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल, रोहतक ज़िला एवं सत्र न्यायाधीश, चंडीगढ़ एसआईटी और जेल अधीक्षक को भेजा था। पत्र में कहा गया है कि संदीप और विकास नाम के दो कैदी सुशील को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।

उनके अनुसार, परिवार को शनिवार सुबह सुशील कुमार का संकटकालीन फ़ोन आया था। उन्होंने लिखा, “मेरे पति बहुत डरे हुए लग रहे थे… उन्होंने कहा कि उन्हें हर दिन प्रताड़ित किया जा रहा है और उनकी सहनशीलता की सीमा समाप्त हो गई है। उन्होंने हमसे खुद को बचाने की भीख माँगी।” सोनी देवी ने इस बात पर ज़ोर दिया है कि उनके पति कोई “साधारण कैदी” नहीं हैं, बल्कि आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या से पहले की संदिग्ध परिस्थितियों से संबंधित एफआईआर (0156/2025) में एकमात्र मुख्य गवाह हैं।

उन्होंने दावा किया कि सुशील ही एकमात्र व्यक्ति हैं जो रिकॉर्ड पर गवाही दे सकते हैं कि उनके खिलाफ दर्ज रोहतक एफआईआर “झूठी, मनगढ़ंत और एक साज़िश का हिस्सा” थी, ये आरोप दिवंगत आईपीएस अधिकारी की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पहले ही लगा चुकी हैं, जिनका कहना है कि एफआईआर उनके पति को मानसिक रूप से बर्बाद करने के लिए रची गई थी।