हरियाणा का एक ऐसा जिला, जिसे कहा जाता है कागज की नगरी, जानें इसके बारे में..

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हरियाणा उत्तर भारत के प्रमुख राज्यों में से एक है, जो अपनी सांस्कृतिक विरासत, अनूठी परंपराओं और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस राज्य का एक जिला ऐसा भी है जिसे पूरे देश में “कागज के शहर” के नाम से जाना जाता है? अगर नहीं, तो आइए इस लेख के माध्यम से इस खास पहचान से रूबरू होते हैं।

हरियाणा के यमुनानगर जिले को “कागज का शहर” कहा जाता है। यह जिला न केवल राज्य में, बल्कि पूरे भारत में कागज उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। यमुनानगर में कागज की कई बड़ी और छोटी मिलें मौजूद हैं, जहां विभिन्न प्रकार और गुणवत्ता का कागज तैयार किया जाता है और देशभर में आपूर्ति की जाती है। इसके अलावा, यह जिला प्लाईवुड उद्योग का भी एक प्रमुख केंद्र है। यमुनानगर की औद्योगिक पहचान ने इसे देश के मानचित्र पर एक अलग स्थान दिलाया है।

क्यों खास है यमुनानगर का कागज उद्योग?

  • जिले में स्थापित कागज मिलें आधुनिक तकनीक से लैस हैं और पर्यावरण के प्रति सजगता बरतते हुए उत्पादन करती हैं।
  • यहां तैयार कागज शिक्षा, व्यापार, और सरकारी दस्तावेज़ों के काम में बड़े पैमाने पर इस्तेमाल होता है।
  • यमुनानगर का उद्योग स्थानीय लोगों को बड़े पैमाने पर रोजगार भी प्रदान करता है।

हरियाणा का भूगोल और प्रशासनिक संरचना

हरियाणा भारत का 20वां सबसे बड़ा राज्य है, जिसका कुल क्षेत्रफल लगभग 44,212 वर्ग किलोमीटर है। राज्य में कुल 22 जिले हैं, जिन्हें 6 प्रशासनिक मंडलों में विभाजित किया गया है। हरियाणा की समुद्र तल से ऊंचाई 700 से 3600 फीट (213 से 1097 मीटर) तक है। यह राज्य मुख्यतः मैदानी है, हालांकि कुछ इलाकों में पहाड़ियां भी देखी जा सकती हैं। हरियाणा की सीमाएं पांच राज्यों पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से लगती हैं, जिससे यह रणनीतिक रूप से भी एक महत्वपूर्ण राज्य बन जाता है।