हिसार में एक तरफ में गर्मी ने कहर ढा रखा है। दूसरी ओर पानी की किल्लत से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, शहर के जलघरों में सिर्फ 10 दिन का पानी बचा है, जिससे लोगों का पानी का संकट सताने लगा है। इसके अलावा नहरों में पानी की सप्लाई बंद हो गई है। बालसमंद ब्रांच से भाखड़ा नहर का प्रवाह रुकने के बाद अब नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के पास पानी बचाने और बांटने की चुनौती है।
एक दिन छोड़ कर होगी पानी की सप्लाई
पब्लिक हेल्थ विभाग ने ऐलान किया है कि शहर में अब एक दिन छोड़ कर पानी की सप्लाई की जाएगी। साथ में ये भी कहा कि उस दिन सिर्फ एक बार ही पानी आएगा। जल संकट के इस दौर में कई कॉलोनियों और सेक्टरों में हाहाकार मच गया है।
वहीं, दूसरी ओर HSVP की ओर से नियुक्त टैंकर ठेकेदार ने भुगतान न मिलने के चलते सप्लाई रोक दी है। हर दिन लगभग 150 घरों में पानी पहुंचाने वाला ठेकेदार अब अपने 20 लाख रुपये के बकाया बिल को लेकर खफा है। ठेकेदार को पैसे न मिलने के कारण टैंकर सेवा ठप हो चुकी है। इसके चलते लोगों में रोष पनप रहा है। पुराने शहर के कुछ हिस्सों में यह मात्रा महज 4 से 5 दिन का पानी बचा है, जिसके कारण लोगों पानी की बूंद-बूंद के लिए तरसेंगे।
मेयर ने बुलाई आपात बैठक
उधर, पानी की सप्लाई न होने के कारण गुरुवार को नगर निगम के मेयर प्रवीण पोपली ने डीसी और संबंधित विभागों की आपात बैठक बुलाई है। इस मीटिंग में जल संकट से निपटने के लिए जरूरी रणनीति पर चर्चा की जाएगी।