राजस्थान के हनुमानगढ़ जिला निवासी नरेश ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है। 15-20 दिन पहले बस स्टैंड सिरसा के बाहर खड़ा था। उसी समय वहां पर एक व्यक्ति मिला, जिसने अपना नाम सिरसा की खन्ना कॉलोनी निवासी विजय कुमार बताया। वह व्यक्ति पैसे डबल करने की बात समझाने लगा। उसने कहा कि एक बार सुन लो फिर देख लेना। पीड़ित ने बताया कि आरोपी विजय कुमार ने कहा कि उसका दोस्त जींद के बिघाना निवासी ईश्वर सिंह लोगों को हमारी कंपनी ज्वॉइन करवाकर लोगों द्वारा लगाए गए रुपए मौके पर ही दोगुना करके दे देते हैं। जब भी उनकी कंपनी की मीटिंग सिरसा में होगी, उसमें आना पड़ेगा।
नोटों की फोटोकॉपी थमाई
पीड़ित ने बताया कि आरोपी विजय ने अपना मोबाइल नंबर देकर कहा कि रूपये होने पर कॉल कर लेना। कॉल या वाट्सएप के जरिये उनकी लगातार बात होने लगी। बीते वीरवार को जब उसने कॉल किया तो उसने सिरसा बस स्टैंड से महाराणा प्रताप चौक पर बुलाया। तब उसे रास्ते में स्विफ्ट कार में वही स्कीम वाले 2 युवक मिले। पीड़ित नरेश ने आरोपियों को 10 हजार रूपये दे दिये। आरोपी विजय ने भी 100-100 के नोटों की दो गड्डी दे दी। जब बाद में देखा तो नोटों की फोटोकॉपी करवाकर दी गई। जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई
पुलिस ने मौके से पकड़ा
सिविल पुलिस लाइन थाना प्रभारी राम कुमार ने बताया कि पीड़ित की शिकायत के आधार पर आरोपियों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया और पुलिस ने नकली करेंसी के मामले में 2 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही वारदात में प्रयोग होने वाली स्विफ्ट गाड़ी और 50 हजार के नकली नोट भी बरामद कर लिए है। फ़िलहाल पुलिस अब दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी और रिमांड हासिल करने का प्रयास किया जाएगा।