कांग्रेस को छोड़ने वाले प्रो. संपत सिंह बुधवार को इनेलो में शामिल हो गए। इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चाैटाला की मौजूदगी में पूर्व मंत्री पार्टी में शामिल हुए। संपत सिंह को इनेलो का राष्ट्रीय संरक्षक बनाया गया है।
बुधवार को संपत सिंह के समर्थक और उनके बेटे गाैरव सिंह ने भी इनेलो की सदस्यता ग्रहण की। उनके बेटे गौरव संपत को युवा संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी। रविवार को प्रो. संपत सिंह ने कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की थी। कांग्रेस छोड़ने के तीसरे दिन ही वह इनेलो में शामिल हो गए।
इनेलो सुप्रीमो अभय सिंह चौटाला पहले ही संकेत दे चुके थे कि संपत सिंह हमारे पुराने साथी हैं, जिन्होंने हमेशा चौ. देवीलाल की नीतियों को आगे बढ़ाने का काम किया। मुझे पूरा भरोसा है कि वे जनता के बीच जाकर फिर संघर्ष की राह अपनाएंगे। अब बुधवार का दिन उस भरोसे को औपचारिक रूप देने वाला होगा। सूत्र बताते हैं कि दोनों नेताओं के बीच बीते दिनों लंबी बातचीत हो चुकी है और यह ‘राजनीतिक पुनर्मिलन’ अब इनेलो के लिए नई ऊर्जा लेकर आएगा।
प्रो़ संपत सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे चार पन्नों के सधे, तीखे और बेबाक इस्तीफे में हरियाणा कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने लिखा कि पार्टी अपने मूल सिद्धांतों से भटक चुकी है, जहां गुटबाजी, निजी स्वार्थ और अवसरवाद ने संगठन को खोखला कर दिया है।
टिकट वितरण में उपेक्षा और स्थानीय नेतृत्व से मतभेद अब असहनीय हो चुके थे।प्रो़ संपत सिंह का राजनीतिक करियर देवीलाल की विचारधारा से ही शुरू हुआ था। वे इनेलो में लंबे समय तक सक्रिय रहे और ओमप्रकाश चौटाला की सरकार में वित्त मंत्री रहते हुए अपनी प्रशासनिक दक्षता के लिए जाने गए। कांग्रेस में शामिल होने के बाद भी उन्होंने कभी अभय चौटाला के खिलाफ कटु बयान नहीं दिया। यही सौहार्द अब उनके ‘घर लौटने’ की जमीन बन गया है।

















