भिवानी: हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री और जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला भिवानी जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार और प्रशासन की तैयारियों और राहत कार्यों पर गंभीर सवाल उठाए. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सैनी को सुझाव दिया कि हरियाणा में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए इसे आफत घोषित कर, केंद्र सरकार से विशेष राहत पैकेज की मांग की जाए.
सरकार पर किसानों को प्रताड़ित करने का आरोप
भिवानी में बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद दुष्यंत चौटाला ने मीडिया से बातचीत की. उन्होंने कहा कि, “इस बार की भारी बारिश और जलभराव के कारण करीब 18 लाख एकड़ कृषि भूमि में फसलें बर्बाद हो चुकी हैं. हालांकि सरकार अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठा सकी है.प्रशासन किसानों को राहत देने की बजाय प्रताड़ित कर रहा है.हर जगह पंपसेट बंद पड़े हैं.” चौटाला ने किसानों के ट्यूबवेल कनेक्शन दोबारा जोड़ने की मांग भी उठाई और कहा कि, “सरकार को किसानों को बिजली और सिंचाई के संसाधनों में राहत देनी चाहिए.”
“सीएम को केन्द्र से राहत पैकेज की मांग करनी चाहिए”
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने पंजाब का उदाहरण देते हुए हरियाणा सरकार से प्रति एकड़ 20 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग की. उन्होंने कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा के ऊपर से उड़कर पंजाब और हिमाचल तो गए और वहां विशेष पैकेज दिए, लेकिन हरियाणा को अनदेखा किया गया.ऐसे में मुख्यमंत्री को तुरंत हरियाणा में भी बाढ़ घोषित कर केंद्र से राहत की मांग करनी चाहिए.”
कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल
दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि, “राज्य के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि गृह मंत्री और कानून व्यवस्था दोनों इतने कमजोर हैं. हरियाणा में आज पुलिस नहीं, गुंडे फ्री हैंड हैं.”
वोट चोरी मुद्दे पर बोले चौटाला
वोट चोरी के मुद्दे पर चौटाला ने कहा कि, “एक नेता को 30 दिन की सजा मिलने के बाद प्रधानमंत्री की ओर से मुख्यमंत्री पद से हटाने की जो मांग की जा रही है, वह क्षेत्रीय पार्टियों को कमजोर करने की साजिश है.” दुष्यंत चौटाला ने इस दौरान नवनियुक्त उपराष्ट्रपति को भी बधाई दी.