इस वर्ष मई में उत्तर पश्चिम रेलवे ने हिसार के रायपुर रेलवे स्टेशन से चंडीगढ़ के लिए ट्रेन सेवा शुरू की। हालांकि, हिसार रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त प्लेटफार्म न होने के कारण ट्रेन रायपुर स्टेशन से चल रही है। रायपुर स्टेशन शहर से दूर और अलग-थलग है, साथ ही ट्रेन की टाइमिंग भी रात 2:25 बजे है। इसके कारण यात्री इस ट्रेन में आने के लिए परहेज कर रहे हैं।
रात के समय सुनसान रास्तों से रायपुर स्टेशन तक जाना सुरक्षा की दृष्टि से जोखिम भरा है। शहरवासी दिल्ली रोड के आसपास 3 से 6 किलोमीटर के क्षेत्र में रहते हैं, जबकि रायपुर स्टेशन शहर के मुख्य इलाकों से काफी दूर है। इसी वजह से अधिकांश लोग चंडीगढ़ ट्रेन में सफर करने से परहेज कर रहे हैं। ट्रेन शुरू होने के चार महीने बाद भी रोजाना केवल 20 से 22 यात्री ही इस सेवा का उपयोग कर रहे हैं, जबकि ट्रेन संचालन के लिए कम से कम 150 से 200 यात्रियों की आवश्यकता होती है। यह ट्रेन 18 मई से चल रही है और इसे विधायक सावित्री जिंदल ने हरी झंडी दिखाई थी।
हिसार रेलवे स्टेशन पर अतिरिक्त प्लेटफार्म नहीं है: रेलवे अधिकारी
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि हिसार रेलवे स्टेशन पर केवल छह प्लेटफार्म हैं और चंडीगढ़ ट्रेन की टाइमिंग के अनुसार ट्रैक खाली नहीं रहता। इस वजह से अभी तक इस ट्रेन को हिसार रेलवे स्टेशन तक नहीं बढ़ाया जा सका।
रायपुर स्टेशन की सुविधाएं भी अधूरी
चंडीगढ़ जाने वाली ट्रेन में जाखल तक यात्रीभार कम होता है। रायपुर स्टेशन पर यात्रियों के लिए सुविधाएं न्यूनतम हैं। यहां केवल दो कर्मचारी (स्टेशन मास्टर और सहायक) तैनात हैं। स्टेशन आने-जाने के रास्ते पर टर्मिनल सुविधा नहीं है, और सीएनडब्ल्यू स्टाफ भी मौजूद नहीं है, जो गाड़ियों की देखभाल और संचालन के लिए आवश्यक होता है।
टाइमिंग में बदलाव के कारण कम लाभ
रेलवे ने शुरुआत में इस ट्रेन का प्रपोजल सुबह 4:30 बजे के लिए बनाया था, जिससे ट्रेन सुबह 10:30 बजे चंडीगढ़ पहुंचती। बाद में टाइमिंग बदल दी गई, जिससे अब केवल कुरुक्षेत्र, कैथल और नरवाना क्षेत्र के यात्रियों को ही इसका लाभ हो रहा है, जबकि वहां पहले से ही चंडीगढ़ के लिए कई ट्रेनें चल रही हैं।