तीन दिवसीय चक्का जाम के तहत दूसरे दिन भी डटे रहे ट्रक ड्राईवर

80
SHARE

भिवानी :

हाल ही में संसद में ट्रक ड्राईवरों के लिए लाए गए नए कानून के विरोध में देश भर के ट्रक ड्राईवरों में गुस्सा है तथा वे सरकार से इस काले कानून को रद्द करने की मांग उठा रहे है। इसी काले कानून के विरोध में ड्राईवरों द्वारा तीन दिवसीय राष्ट्रव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया गया था, जिसके तहत मंगलवार को दूसरे दिन भी ड्राईवर अपनी हड़ताल पर डटे रहे। इसी कड़ी में इस काले कानून के विरोध में एनएच-148बी पर गांव निमड़ीवाली में ड्राईवरों का विरोध प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान ड्राईवरों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा जल्द से जल्द इस काले कानून को वापिस लेने की मांग की।

हड़ताली ड्राईवरों को संबोधित करते हुए भाकियु जिला अध्यक्ष राकेश आर्य ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन ट्रक ड्राईवरों की मांग को पहले ही समर्थन दे चुकी तथा सरकार से इस काले कानून को जल्द रद्द करने की मांग करती है। उन्होंने कहा कि इस नए कानून के तहत ट्रक से हादसा होने पर ट्रक ड्राइवर द्वारा घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाना होगा।

यही नहीं ड्राइवर द्वारा घायल को छोडक़र भागने पर 10 वर्ष की सजा एवं 10 लाख रुपये तक जुर्माना तथा अस्पताल ले जाने पर पांच लाख रुपये का जुर्माना व पांच वर्ष तक की सजा का प्रावधान है, जो कि बिल्कुल गलत है तथा इस कानून का कोई औचित्य ही नहीं बनता। उन्होंने कहा कि ये कानून ऐसा है, जो ड्राईवरों को काम छोडऩे पर मजबूर कर देगा तथा वे भूखा मरने पर मजबूर हो जाएंगे। गौरतलब होगा कि भाकियु के समर्थन में दूसरे दिन ट्रक ड्राईवरों की हड़ताल काफी सफल रही। इस दौरान गुस्साएं ड्राईवरों ने एनएच 148बी से दोपहिया वाहन को भी नहीं गुजरने दिया। इस अवसर पर लीलाराम सरपंच, राकेश सिंगड़, शमशेर सिंह, शिव कुमार,सोनू, कर्मवीर जोगी, शिंटू, बंटी, कप्तान नकचूंडी, संजय मानकावास, कृष्ण रुपगढ, खपला मानकावास, सुरेश महड़ा, इंद्रजीत तीवाला, जसवीर डोहकी, सत्ते कितलाना, शक्ति ढ़ाणा नरसान, धर्मेंद्र तिवाला, करतार गिल, मुकेश गिल, राजेश मंदेरणा भी मोजूद रहे।

अपने आस-पास की खबरे देखने के लिए हमारा youtube चैनल Subscribe करे Subscribe करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे https://www.youtube.com/bhiwanihulchal