अस्पताल से जेल पहुंचते ही विचाराधीन कैदी की मौत

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गुड़गांव : रोहतक पीजीआई से इलाज कराकर वापस जेल लौटे एक विचाराधीन कैदी की मौत हो गई। जेल प्रशासन ने इसकी सूचना मृतक के परिजनों और स्थानीय थाना पुलिस को दी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शव का मजिस्ट्रेट की निगरानी में पोस्टमार्टम किया जाएगा। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों का पता लग पाएगा। रिपोर्ट के आधार पर ही आगामी कार्रवाई की जाएगी। वहीं, एक महीने में जेल में दूसरे कैदी की मौत होने से जेल प्रशासन पर भी सवालिया निशान लग रहे हैं।

पुलिस के मुताबिक, 7 जून को गुड़गांव पुलिस ने नशा तस्करी करने के मामले में कैब में मौजूद एक सवारी सहित उसके ड्राइवर को पकड़ा था। मामले में केस दर्ज कर पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया था। इस मामले में कैब ड्राइवर राम प्रकाश के परिजनों का कहना है कि राम प्रकाश का कोई कसूर सामने नहीं आया था, लेकिन पुलिस ने जबरन उसे केस में शामिल करते हुए उसे जेल भेज दिया। जब वह जेल गया उस वक्त वह बिल्कुल ठीक था। अब उन्हें सूचना मिली कि एक फोड़ा होने के कारण राम प्रकाश को अस्पताल भेजा गया था।

उसे सिविल अस्पताल सेक्टर-10 लाया गया जहां से उसे रोहतक पीजीआई भेज दिया गया। पीजीआई में जांच के बाद जब मंगलवार को राम प्रकाश को वापस जेल लाया गया तो उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसकी मौत हो गई। इसकी सूचना पुलिस और मृतक के परिजनों को दी गई। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं, परिजनों ने जेल प्रशासन पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। फिलहाल पुलिस शव का पोस्टमार्टम करा रही है।