गुरुग्राम : गुरुग्राम में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। परिवार ने जिस व्यक्ति का अंतिम संस्कार न कर दिया था, वही 2 दिन बाद सकुशल घर नं लौट आया। इस घटना ने परिजनों और पड़ोसियों को स्तब्ध कर दिया। 47 वर्षीय पूजन प्रसाद, जो लेबर कॉन्ट्रैक्टर हैं, अगस्त के आखिर में लापता हो गए थे। 1 सितम्बर को परिजनों ने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करवाई।
इस बीच पुलिस ने पास के इलाके से एक शव बरामद किया और मृतक के बेटे तने कपड़े व पैर पर चोट का निशान देखकर उसे अपने पिता का शव मान लिया। शव का अंतिम संस्कार राम बाग श्मशानघाट पर कर दिया गया और अस्थियां विसर्जन की तैयारी भी हो गई लेकिन बुधवार को पूजन के साले ने उन्हें खांडसा के लेबर चौक पर जीवित देख लिया और घर ले आया। पिता को सामने देखकर बेटे और पत्नी फफक पड़े। पड़ोसी भी हैरान रह गए क्योंकि उन्होंने खुद अंतिम संस्कार में भाग लिया था।
पूजन ने बताया कि वह शराब के नशे में कई दिनों तक अलग-अलग जगह भटक रहे थे और घर लौटने की सुध ही नहीं थी। इस खुलासे के बाद पुलिस के सामने असली चुनौती उस अज्ञात शव की पहचान करना है, जिसका पोस्टमार्टम और डी.एन.ए. सैंपल पहले ही लिया जा चुका है। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।