दीवाली पर घर आने का था वादा, लेकिन न लौटा वीर; हरियाणा का लाल देश के लिए हुआ शहीद

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कैथल : जिले के गांव रोहेड़ा के 28 वर्षीय जवान नरेंद्र सिंह आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हो गए। सोमवार दोपहर करीब तीन बजे उनके चाचा के लड़के सतीश को कश्मीर से आर्मी कर्नल का फोन आया, जिसमें शहादत की सूचना दी गई। नरेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर आज गांव में लाया जाएगा, जहां राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

नरेंद्र के दूसरे चाचा के लड़के धर्मपाल ने बताया कि रविवार शाम नरेंद्र ने फोन पर अपने माता-पिता से बातचीत की थी। मां रोशनी देवी ने पूछा था कि घर कब आओगे, तो नरेंद्र ने कहा था कि दीवाली पर छुट्टी मिलेगी तो घर आकर त्योहार एक साथ मनाएंगे। मगर नियति को कुछ और ही मंजूर था।

नरेंद्र सिंह ने अपने छोटे भाई के साथ मिलकर करीब छह माह पहले ही नया मकान बनाया था। शादी के लिए रिश्ते की बातचीत चल रही थी, लेकिन अभी कहीं भी रिश्ता तय नहीं हुआ था। उनका छोटा भाई अमेरिका में रहता है, जो एक साल पहले ही वहां गया था। अब घर पर सिर्फ माता-पिता ही रह गए हैं। शहादत की खबर मिलते ही अमेरिका में रह रहा भाई भी गहरे सदमे में है, हालांकि परिजनों का कहना है कि उसका इस समय गांव वापस आना मुश्किल है।

नरेंद्र सिंह पिछले सात साल से भारतीय सेना में सेवा दे रहे थे। दो साल से उनकी ड्यूटी कश्मीर में ही चल रही थी और दो महीने पहले ही वह छुट्टी पर गांव आए थे। परिजनों का कहना है कि नरेंद्र हमेशा देश की सेवा को सबसे ऊपर रखते थे और गर्व है कि उन्होंने मातृभूमि की रक्षा करते हुए प्राणों की आहुति दी।