गोडसे देशभक्त था? धीरेंद्र शास्त्री ने दिया जवाब, महात्मा गांधी को लेकर कही बड़ी बात

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 मध्य प्रदेश के बागेश्वर धाम में पहुंची Tv9 भारतवर्ष की टीम ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री से मुलाकात की. इस दौरान टीम ने उनसे कई सवाल किए, जिनका धीरेंद्र शास्त्री ने बेबाकी से जवाब भी दिया. ऐसा ही एक सवाल था कि क्या गोडसे देशभक्त था? धीरेंद्र शास्त्री ने इस पर कहा- नाथूराम देशभक्त है या नहीं, ये लोगों की अपनी-अपनी राय है. हमारी नजर में महात्मा गांधी ने देश के लिए जो कुछ भी किया वो अभूतपूर्व कार्य किया है. मैं उन्हें बहुत मानता हूं.

पंडित धीरेंद्र शास्त्री से आगे पूछा गया- तो हत्यारा है नाथूराम? बागेश्वर बाबा बोले- बेझिझक. ऐसे आप किसी को मृत्युदंड नहीं दे सकते. भला है, बुरा है जो भी है. उसे कानून के हाथ में देना चाहिए. संविधान इसीलिए बनाया गया है. आगे पूछा गया- आपकी नजर में आजादी के हीरो कौन हैं? बाबा बोले- सुभाष चंद्र बोस. बहुत मानते हैं हम उनको. उनके अलावा भगत सिंह और चंद्रशेखर आजाद भी भारत की आजादी के हीरो हैं.

जब पूछा गया कि आपकी नजर में कोई ऐसी महिला भी है जो आजादी की हीरो है? मुसकुराते हुए धीरेंद्र शास्त्री बोले- बहुत महिलाए हैं. हम सभी का सम्मान करते हैं. उनसे पूछा गया कि क्या आप REELS भी देखते हैं. बाबा ने कहा- कभी-कभी देखते हैं. कोई बंधन थोड़े ना है. मगर ऐसी कोई मजबूरी भी नहीं है कि देखनी ही हैं REELS. हम काफी व्यस्त रहते हैं. सेवा में भी व्यस्त रहते हैं. बालाजी की सेवा में ही हमारा समय बीतता है. ऐसे में ये सब इतना नहीं देखते. मोबाइल ही नहीं चला पाते.

सत्य बोलने में क्या दिक्कत?

आगे सवाल पूछा गया- देश में जब ऑपरेशन सिंदूर की बात हो रही थी तो राहुल गांधी ने भी कहा था कि घर में घुसकर मारा. बहुत अच्छा किया. लेकिन कितना नुकसान हुआ ये बताने में सरकार को समस्या क्या है? इस पर शास्त्री बोले- बात तो सही है. कोई भी बात छिपानी नहीं चाहिए. सत्य बोलने में क्या दिक्कत है? चाहे वो किसी भी पार्टी का हो. हम किसी के पक्ष में नहीं हैं. हम तो साधू हैं. हम किसी पार्टी के नहीं हैं. हम तो सत्य के उपासक हैं. शास्त्री ने मजाकिया अंदाज में कहा- बाहर के आतंकवाद से तो मुक्ति मिल जाएगी. लेकिन देश के अंदर के आतंकवाद से कब आजादी मिलेगी? हमें पाकिस्तान के आतंकियों से कोई तकलीफ नहीं, उनपर तो कभी भी मिसाइलें छोड़ सकते हैं. लेकिन देश के अंदर के आतंकियों पर तो मिसाइलें भी नहीं छोड़ सकते.

‘राष्ट्रवाद को तवज्जो दी जाए’

जब उनसे पूछा गया कि अंदर वाले कौन? इस सवाल के जवाब में धीरेंद्र शास्त्री बोले- अंदर वाले वो हैं, जिन्हें राष्ट्र से दिक्कत है. वो खाते भारत का हैं और गाते पाकिस्तान का हैं. कुछ ऐसे भी हैं जो यहां की खुफिया जानकारी पाकिस्तान वालों को भेजते हैं. कुछ ऐसे भी हैं जो नक्सलवाद, क्षेत्रवाद, भाषावाद, समाजवाद और जातिवाद के नाम को देश को मिटाना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि बस राष्ट्रवाद को तवज्जो दी जाए.