सोहना में बनेगा वेस्ट टू वंडर पार्क, प्रशासन ने दी योजना बनाने की मंजूरी

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गुड़गांव : नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त एवं डीएमसी प्रदीप दहिया ने वर्चुअल माध्यम से मासिक समीक्षा बैठक की। बैठक में नगर निगम गुरुग्राम के अलावा नगर परिषद सोहना व पटौदी-जाटौली मंडी तथा नगर पालिका फरुखनगर के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के दौरान विभिन्न विकास कार्यों, स्वच्छता अभियान और नागरिक सेवाओं की प्रगति की समीक्षा की गई और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

बैठक में निगमायुक्त ने सोहना के अधिकारियों से कहा कि वे सोहना में एक वेस्ट-टू-वंडर पार्क बनाने की दिशा में योजना तैयार करें। इससे कचरे के पुन: उपयोग के साथ-साथ शहरवासियों को आकर्षक सार्वजनिक स्थल भी उपलब्ध हो सकेगा। निगमायुक्त ने कहा कि डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण और रोड स्वीपिंग के लिए टेंडर की तैयारी पूरी रखी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि बेहतर गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि लंबे समय तक जनता को लाभ मिले। उन्होंने स्पष्ट किया कि सफाई कार्यों के बिलों की अदायगी केवल एसडब्ल्यूएम मॉनिटरिंग पोर्टल के माध्यम से ही होगी। इसके अतिरिक्त एमआरएफ सेंटर, कचरा उठान, सेकेंडरी कलेक्शन प्वाइंट, सार्वजनिक शौचालय, फुटपाथ और ग्रीन बेल्ट को बेहतर बनाए जाने पर भी बैठक में जोर दिया गया।

निगमायुक्त ने कहा कि नगर निगम गुरुग्राम में सहायक सफाई निरीक्षकों की संख्या 80 तक पहुंच चुकी है, जिससे सफाई, कचरा उठान और चालान कार्य तेज हुआ है। बैठक में निगमायुक्त ने कहा कि आगामी स्वच्छ सर्वेक्षण की तैयारियों को अभी से गति दी जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि बेहतर दस्तावेज समय पर अपलोड किए जाएं और मापदंडों के अनुसार जमीनी स्तर पर कार्य सुनिश्चित हो। रैग पिकर्स का डाटा तैयार कर उन्हें सेकेंडरी कलेक्शन प्वाइंट पर लगाया जाए। कचरा अलगाव और प्रोसेसिंग को बढ़ावा दिया जाए। सेकेंडरी कचरा कलेक्शन प्वाइंट्स को कवर किया जाए और एजेंसियों को बेहतर कार्य के लिए सही वातावरण उपलब्ध कराया जाए।

उन्होंने कहा कि बागवानी कार्य में बहुत स्कोप है। अधिकारी ग्रीन बेल्ट और पार्कों को और आकर्षक व हरियाली से भरपूर बनाने की दिशा में बेहतर कार्य योजना तैयार करें। हरियाणा शहर स्वच्छता अभियान तथा स्वच्छता ही सेवा अभियान की समीक्षा के दौरान निगमायुक्त ने कहा कि स्कूलों, मार्केट और सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता अभियान तेज किए जाएं।

निगमायुक्त ने कहा कि लाल डोरा सर्टिफिकेट वितरण कार्य में तेजी लाई जाए, जिसके लिए पटवारी, जेडटीओ और क्लर्क की ड्यूटी लगाई गई है। इसके साथ ही स्वामित्व योजना, प्रॉपर्टी टैक्स डाटा सेल्फ सर्टिफिकेशन, दावे-आपत्तियों का समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाए। किसी भी वैध कारण के बिना फाइलों को लंबित, रिजेक्ट या रिवर्ट न करने के सख्त निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए।

बैठक में यह भी उल्लेख किया गया कि हरियाणा शहर स्वच्छता अभियान के तहत एमसीजी ने बेहतर कार्य किया है। इसके तहत डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण में सुधार हुआ है तथा वार्डों में जेसीबी और ट्रैक्टर उपलब्ध कराए जाने से सफाई व्यवस्था मजबूत हुई है। इसके अतिरिक्त शहरभर में जागरूकता कार्यक्रम लगातार चल रहे हैं। निगमायुक्त ने अधिकारियों से कहा कि गंभीरता और प्रतिबद्धता के साथ कार्य करें, ताकि नागरिकों को बेहतर सुविधाएं समय पर मिल सकें और शहरों की छवि और अधिक सुदृढ़ हो।