निगाना फीडर में पानी की निकासी शुरू, खेतों से बहा पानी बना सफेद झाग की चादर

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भिवानी। सप्ताह भर नहरी पानी से ग्रामीण क्षेत्र के टैंकों को भरने के बाद अब निगाना फीडर में रविवार को खेतों के पानी की निकासी का काम शुरू हुआ है। खेतों में किसानों की खड़ी फसल सड़ने से करीब तीन माह बाद पानी इतना गंदा हो चुका है कि उसे निगाना फीडर में डालते वक्त झाग की सफेद चादर बिछ गई है। हालांकि इस पानी से उठने वाली बदबू से आसपास का माहौल भी प्रभावित हो रहा है। ये पानी टैंकों तक न पहुंचे इसके लिए सिंचाई विभाग के अधिकारियों का दावा है कि सभी फीडर के सभी आउटलेट भी बंद किए जा चुके हैं। किसान इस पानी का सिंचाई में जरूरत के हिसाब से इस्तेमाल कर सकते हैं।

करीब तीन माह से जिले में बरसाती जलभराव से किसानों को निजात नहीं मिली है। खरीफ सीजन के दौरान बारिश में किसानों की खड़ी फसल तबाह हो चुकी थी, लेकिन पानी की निकासी नहीं होने की वजह से किसान रबी सीजन की बिजाई भी नहीं कर पाए। तोशाम क्षेत्र के गांव सागवान की करीब सौ एकड़ से अधिक कृषि भूमि पर अब भी तीन माह से बरसाती जलभराव बना है। इसके अलावा गांव दांग कलां के करीब 35 एकड़ में बरसाती जलभराव है।
वहीं गांव रिवासा में भी करीब 20 से 25 एकड़ भूमि में बरसाती पानी जमा है। जिनकी निवासी निगाना फीडर में कराई जा रही है। गांव दांग कलां के पास निगाना फीडर के प्रथम पंप हाउस पर छह पंप लगाए गए हैं, जिनसे लगातार खेतों के पानी की निकासी का काम किया जा रहा है। किसानों की ओर से खेतों में कीटनाशकों का भी अंधाधुध प्रयोग किया था, जो जलभराव के बाद अब इस पानी के जरिए नहर तक पहुंच गया है।

निगाना फीडर से तोशाम और भिवानी क्षेत्र के कई गांवों की पेयजल आपूर्ति जुड़ी

निगाना फीडर मुख्य तौर पर तोशाम क्षेत्र के सूखे इलाके से शुरू की गई है। गांव दांग के पास इसका पहला पंप हाउस बना है, जबकि गांव मिताथल के पास इसका अंतिम छोर पर पंप हाउस है। इस फीडर से भिवानी और तोशाम क्षेत्र के कई गांवों की पेयजल आपूर्ति भी सीधे तौर पर जुड़ी है। सप्ताह भर चलने के बाद इनसे जुड़े गांवों के जलघर टैंक भरे जा चुके हैं। जिसके बाद अब फीडर में खेतों के गंदे पानी को डाला जा रहा है।

गांव सागवान, दांग कलां और रिवासा के खेतों में अब भी बरसाती जलभराव के पानी की निकासी का काम चल रहा है। निगाना फीडर में शनिवार को ही नहरी पानी बंद हो चुका था। जिसके बाद इसमें पंपों के जरिए खेतों का पानी डाला जा रहा है। सागवान गांव में छह पंप और दांग कलां और रिवासा गांव में तीन-तीन पंप खेतों से पानी निकासी के लिए लगाए गए हैं।