यमुनानगर: भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी ने बुधवार को यमुनानगर में किसानों के साथ बैठक की। चढूनी ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कई बड़े बयान दिए। उन्होनें कहा कि किसान आज इसलिए पीछे है क्योंकि, वह राजनीति में नहीं है। वहीं चढूनी टिकैत ग्रुप को सलाह देते नजर आए।
भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने यमुनानगर में एक मीटिंग की। मीटिंग के बाद वह पत्रकारों से रूबरू हुए। पत्रकार से बातचीत के दौरान गुरनाम सिंह चढूनी ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि किसान राजनीति में हिस्सा नहीं ले रहा, इसी वजह से आज पीछे है। चढूनी ने कहा कि यहां की राजनीति मुद्दों पर नहीं जाति-धर्म पर सरकारें कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय किसान का एक साथ ना होना भी किसानों का बहुत बड़ा नुकसान है।
सिर्फ औपचारिकता कर रहे- चढूनी
20 मार्च को मुख्यमंत्री आवास के घेराव पर टिकैत ग्रुप के आह्वान पर गुरनाम सिंह चढूनी ने टिकैत ग्रुप को घेरते हुए कहा कि यह सिर्फ औपचारिकता कर रहे हैं। उनको आर-पार की लड़ाई लड़नी चाहिए। चढूनी ने कहा कि जब 2020-21 का आंदोलन था, जब सांसदों को घेरने की बात आई थी या तो मर जाते या फिर किसान आंदोलन को हम जीत जाते। जिन तीन काले कानून के खिलाफ हमने लड़ाई लड़ी सरकार ने उसे हम पर थोप दिया है।