समोसे खाकर मजदूरों ने दिनभर की मजदूरी, शाम को कमरे पर पहुंचे तो मृत मिला साथी; जांच में हुआ हैरान करने वाला खुलासा

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सिरसा। हरियाणा के सिरसा जिले के कालांवाली के गांव खोखर में मजदूर की हत्या मामले में मृतक के स्वजन रविवार शाम तक नहीं पहुंचे थे, जिसके कारण पोस्टमार्टम के बाद शव को मोर्चरी में रखवाया गया। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर वारदात में उपयोग की गई ईंट व तेजधार हथियार बरामद करने में जुटी हुई है।

मृतक के साथ काम करने आए दूसरे साथी उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिला के शंकरपुरा गांव निवासी महेंद्र कुमार ने बताया कि सभी मजदूरों के लिए खाना बनाने का काम रामगोपाल को सौंपा गया था। शुक्रवार को जब रामगोपाल ने चिकन बनाया तो उन्हें स्वाद नहीं आया। जिस पर खाना बनाने की जिम्मेवारी सीताराम को सौंपी गई थी।

शनिवार को जब वे काम पर पड़ोसी गांव पाना में जाने लगे तो खाना बनाने के लिए सीताराम कमरे पर ही रूक गया था। हत्यारोपित दिलेराम ने खुद के सिर में दर्द होने का कहकर काम पर जाने से मना कर दिया था, जिसके कारण वे उन दोनों को छोड़कर खेत में जीरी लगाने के लिए चले गए।

दोपहर तक नहीं बना खाना तो खेत मालिक ने खिलाए समोसे

महेंद्र ने बताया कि शनिवार को जब खेत मालिक उनके लिए खाना लेने कमरे की ओर गया तो सीताराम और दिलेराम नहर में नहा रहे थे। उसने वापस जाकर उन्हें बताया कि खाना नहीं बना है। जिस पर उसने अपने स्तर पर ही उनसे खाने के लिए समोसे लाने का पूछा। मजदूरों की सहमति पर पीपली गांव के बाजार से खेत मालिक समोसे लेकर आया, जिसे सभी मजदूरों ने मिलकर खाया।

शाम को जब वे रात्रि करीब आठ बजे वापस हरमंदर सिंह के खेत में बने ट्यूबवेल के कमरे में पहुंचे तो वहां किसान ने उन्हें बताया कि उनके साथी ने खाना बनाने के लिए रूके सीताराम की हत्या कर दी है। मृतक सीताराम के माथे पर आंख के निकट तेजधार हथियार से चोट के निशान थे जबकि एक साइड का चेहरा बुरी तरह कुचला हुआ था।