यमुनानगर की बेटी ने इंडोनेशिया में किया कमाल, कराटे में जीता गोल्ड मेडल, कंवरपाल गुर्जर ने किया सम्मान

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यमुनानगर : इंडोनेशिया में आयोजित इंटरनेशनल कराटे प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल कर यमुनानगर लौटी ज्योति प्रजापत का यमुनानगर के पूर्व कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हमें अपनी बेटियों पर मान है। विशेष कर ज्योति प्रजापत ग्रामीण इलाके से हैं, माता-पिता के पास संसाधन नहीं होते, इसके बावजूद अपनी लड़की को इस स्तर पर ले गए।इसके लिए माता-पिता को भी बधाई। यमुनानगर में कवर पाल गुर्जर ने ज्योति प्रजापत का मुंह मीठा करवा कर स्वागत किया।

वही ज्योति प्रजापत ने बताया कि वह कॉमनवेल्थ में सिल्वर और एशिया में सिल्वर एवं ब्राउन मेडल जीत चुकी हैं। अब वह यूएसए में ओपन चैलेंज में भाग लेगी।और इसके अलावा ओलंपिक कराटे प्रतियोगिता में भी हिस्सा लेने की तैयारी में जुट चुकी है। ज्योति प्रजापत ने बताया कि शुरू में इस खेल को बढ़ावा देने के लिए सहयोग नहीं मिला, काफी दिक्कत आई, सामाजिक संस्थाओं ने सहयोग किया, पूर्व कृषि मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सहयोग किया। लेकिन सरकारी सहयोग नहीं मिला। क्योंकि हरियाणा में कराटे फेडरेशन नहीं है। उन्होंने सरकार से मांग की की कराटे फेडरेशन की स्थापना की जाए और कराटे खिलाड़ियों का सहयोग किया जाए। बाइट ज्योति प्रजापत इंटरनेशनल कराटे खिलाड़ी

ज्योति प्रजापत ने कहा कि महिलाओं को सेल्फ और फाइट दोनों कराटे सीखने चाहिए, ताकि वह किसी पर निर्भर ना रहे, और अपनी सुरक्षा स्वयं कर सके। उन्होंने बताया कि शुरू में परिवार का पापा का कम सहयोग मिला, लेकिन मम्मी का सपना था कुछ करना है, अब पूरा परिवार सपोर्ट करता है। ज्योति प्रजापत ने बताया कि शुरू में कोचिंग में भी उन्हें काफी दिक्कत आई, हालांकि अब यमुनानगर के तेजली में कराटे के लिए विशाल मेहता कोच नियुक्त किए गए हैं, लेकिन उन्होंने कोचिंग अलग-अलग स्थान पर निजी रूप से ली, जिसकी बदौलत वह आज इस मुकाम पर हैं, और आगे के लिए वह तैयारी में जुट चुकी हैं।