फरीदाबाद: हरियाणा के फरीदाबाद में बाढ़ की वजह से कई कॉलोनी और कई गांव में पूरी तरह से पानी भर गया था. लेकिन अब तीन से चार फीट तक पानी कम हो गया है. यमुना का जलस्तर बढ़ रहा था. लेकिन अब धीरे-धीरे यमुना का जलस्तर घट रहा है. ऐसे में कल हुई बरसात से बीते 24 घंटों में हुई वर्षा से कुल 25 मिमी बारिश दर्ज की गई है. फरीदाबाद में 6 मिमी, बल्लभगढ़ 2 मिमी, दयालपुर 2 मिमी, बड़खल 2 मिमी, धौज 9 मिमी और गौच्छी में 2 मिमी वर्षा दर्ज की गई. भारी बारिश के चलते अब तक 27 गांव प्रभावित हुए हैं.
घटने लगा जलस्तर
इसके साथ ही प्रशासन को राहत के संकेत भी मिलने लगे हैं. बसंतपुर क्षेत्र में जल स्तर लगभग 3 फीट नीचे आया है, जिससे स्थानीय नागरिकों को बड़ी राहत मिली है. हालांकि डीसी विक्रम सिंह ने अभी भी लोगों से अलर्ट रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि “आपदा के समय थोड़ी सी भी लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है. ऐसे में सतर्कता बनाये रखें”.
संवेदनशील गांवों की लिस्ट
डीसी ने कहा कि “जिले में आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए ग्राम सचिव, सरपंच, पटवारी तथा बीडीपीओ स्तर के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. मेरे अलावा एडीसी, एसडीएम सहित प्रशासन के उच्च अधिकारी मौके पर जाकर पल-पल की स्थिति का जायजा ले रहे हैं. इनमें से कुछ गांवों को अभी भी सबसे अधिक संवेदनशील श्रेणी में रखा गया है. जिनमें बसंतपुर, किडावली, लालपुर, महावतपुर, राजपुर कलां व तिलोरी खादर, अमीपुर व चिरसी, मंझावली, चंदपुर, मोठुका, अरुआ, छांयसा और मोहना प्रमुख हैं”.
“राहत कार्य की व्यवस्था”
डीसी ने बताया कि “इन गांवों में प्रशासन ने विशेष सतर्कता बरतने, टीमें गठित करने और स्थिति पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं. वहीं, तिगांव ब्लाक के गांव अरुआ और मोठुका में शेल्टर होम स्थापित किये गये हैं. इन क्षेत्रों में प्रशासन ने विशेष निगरानी और त्वरित राहत कार्य की व्यवस्था की है”.
बाढ़ प्रभावित किसानों को मुआवजा
बाढ़ की मार से जिले में आवासीय और कृषि दोनों स्तरों पर नुकसान हुआ है. अब तक 270 मकान आंशिक रूप से प्रभावित हुए हैं. वहीं, फसलें भी बाढ़ से क्षतिग्रस्त हुई हैं. जिसका आकलन किया जा रहा है. किसान क्षतिपूर्ति पोर्टल पर लिंक के माध्यम से https://ekshatipurti.haryana.gov.in/ आवेदन कर सकते हैं. यह पोर्टल सरकार की ओर से 15 सितंबर तक खोला गया है. डीसी विक्रम सिंह ने कहा कि “किसानों को हर संभव प्रयास कर नुकसान की भरपाई कराई जाएगी. बशर्ते वह इसका पूरा विवरण पोर्टल पर आवेदन कर सरकार के साथ साझा करें”.
बाढ़ पीड़ितों को सहायता
बाढ़ की वजह से कुछ लोग ऐसे हैं, जो अपने जान पहचान वाले या फिर रिश्तेदारों के घर चले गए. लेकिन उसके बावजूद भी अब तक 750 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाला गया है. जिले में 12 राहत शिविर सक्रिय हैं, जिनमें फिलहाल 750 लोग ठहरे हुए हैं. प्रभावित को आवश्यकतानुसार राहत सामग्री वितरित की जा रही है.
राहत-बचाव कार्य जारी
जिला प्रशासन और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की 2 टीम (12 सदस्य) मौके पर तैनात हैं. इनके साथ-साथ राज्य पुलिस, फायर विभाग और नावें लगातार राहत व बचाव कार्य में लगी हुई हैं. डीसी विक्रम सिंह ने कहा है कि अधिकारियों द्वारा हर पल-पल की फीडबैक ली जा रही है, ताकि समय पर निर्णय लेकर प्रभावित क्षेत्रों तक राहत पहुंचाई जा सके. हेल्प सेंटर और रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी हैं और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.